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तेबे: यहूदी मन र काय बड़ाई नोयले खतना र काय लाभ ? 2 सबू बाटले खूबे असन |पईले तो ऐ की माहा परभु र वचन तिके सोपलाय | 3 अगर कोनी विशवास घाति निकर ले बले काय होयला ?काय तिकर विशवास घाति होयला काचे माहा परभु र सत फोकाहा होयसी ? 4 "कबई नाई !मातर माहा प्रभु सत आवरी सबू माने लोक होओंत, जसन लिकला आचे, ""जोन्ति तूय तोर गोट ने धरमी हो आवरी निआय करबा दाय तूय जय पायबिस |""" 5 हांई काचे अगर हामर अधरम माहा परभु र धार्मिकता बनाऊ आय, तो हामि काय बलबू ?काय एकेई माहा परभु जोन रिस होऊ आय अन्याई आय ?(ए तो मय माने निती ने बलु आंय ) | 6 कबई नाई !नोयले माहा परभु कसन जगत र निआय करसि ? 7 अगर मोर झूट र लागी माहा परभु र सत हातार महीमा काचे, अधिक करी आयला आले तो काय काचे पापी मनर असन मय दण्ड र लाईगर होऊ आय ? 8 """हामि काय काचे घीन घीना काम ना करू की भलाई निकरो ?""जसन मोर उपरे ए दोष लगाया बले जाऊ आय, आवरी कोनी बलु आत की ईकर ई बलबा गोट आय |मातर असनी मनर दोषी होयबार अच्छा आय |" 9 तो पाचे काय होयला ?काय हामि तिकर ले अच्छा आंव ?कबई नाई; कसन की हामि यहूदी मन आवरी यूनानी मन दुनो मन के ए दोष लागायला आत की हांय सबू के सबू पाप र बस ने आचेत | 10 "जसन लिकला आचे:""कोनी धरमी निआत, गोटक बले नाई |" 11 कोनी समझदार निआत; कोनी माहा परभु के डरबा बिता निआत | 12 सबू भटक लाय, सबू के सबू निकम्मा बनला आत; कोनी भलाई करबा बिता निआत, गोटक बले निआत | 13 . तिकर टोडरा उगाड़ी होयला कबर आय, हांय मन आपना र जीभ मन ले छल करला आत, तिकर ओटी मन ने साँप र बिस आचे | 14 तिकर मुंह सराप आवरी कड़वा गोट ले भरला आचे | 15 तिकर गोड़ लउ निकरायबा काचे छमे आचे, 16 तिकर बाट ने नाश आवरी दुःख आचे, 17 हांय मन अच्छा बाट के ना जान लाय | 18 "तिकर आंकी र छमे माहा परभु र डर निआय |""" 19 हामि जानू की बेबसता जोन बलुआय तिके ची बलुआय, जोन बेबसता र अधीन आय; हांय काचे की सबूर मुंह बंद करा जाओ आवरी सबू संसार माहा परभु र दण्ड र लाईग होयसि; 20 कसन की बेबसता र काम मन ले कोनी मुनूक हांतार छमे धरमी ना होये, हांय काचे की बेबसता र बाटले पाप र पईचान होऊ आय | 21 मातर अबर बेबसता ले अलग माहा परभु र हांय धार्मिकता छमे आयला आचे, जाहार गवाई बेबसता आवरी भबीस बकता मन देऊ आत, 22 जसन माहा परभु र हांय धार्मिकता जोन यीशु मसीह के विश्वास करले सबू विश्वास करबा लोक आत | कसन की काई भेद भेद निआय; 23 हांई काचे की सबू पाप करला आत आवरी माहा परभु र महीमा ले दूर आचेत, 24 मातर हांतार अनुगृह ले हांय छुटकारा र बाट ले जोन मसीह यीशु ने आचे, सेत मेत धरमी होऊ आत | 25 हांके माहा परभु हांतार लउ र लागी गोटक असन खिसायला, जोन विश्वास करले काम करबा बिता हऊ आय, की जोन पाप पईले करलाय आवरी जोन के माहा परभु आपन र सहन करबा लागी ध्यान ना देला | तिकर बारे ने हांय आपना र धारमिकता छमे आनो | 26 मातर एबी ची हातार धारमिकता छमे आसो की जसन हांय खुदे धरमी होओं, आवरी जोन यीशु के विश्वास करसि हातार बले धर्मी होओं | 27 तेबे घमण्ड करबार कोन लगे आचे ?हातार काचे तो जगा ची निआय |कोन बेबसता र लागी ?काय करम र बेबसता ले ?नाई, मातर विशवास र बेबसता र लागी | 28 हांई काचे हामि ए परिणाम ने पहुचबू आचू की माने बेबसता र काम ले अलगे ची, विशवास र बाटले धरमी होउ आय | 29 काय माहा परभु सिरिप यहूदी मनर आय ?काय दुसरा जाति र लोक मनर नुआय ?हव, दुसरा जाति लोक मनर बले आय | 30 कसन बलले गोटकी माहा परभु आय, जोन खतना लोक के विशवास ले आवरी खतना नोयला लोक बले विशवास लागी धरमी बनायसि | 31 तो काय हामि बेबसता के विशवास बाटले फोकहा मानु आंव ?कबई बले नाई !मातर बेबसता के स्थिर करू आंव |