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पाचे खिनिक लोक यहूदी ले आई करी भाई मन के सिकायके मुराय लाय रू श्अगर मुसा र नीती ने तमर खतना’ना होयले तोमि उधार ना पायके सकास द्यश् 2 जड़ दाय पौलुस आवरी बरनबास र हांय मन खुबे झगड़ा आवरी गोट.बात होयला तो बलाय गला की पौलुस आवरी बरनबास आवरी हांय मन कोनी मुनूक ये गोट र बारे ने पेरेरित आवरी प्राचीन मन’र लगे यरूशलेम बाटे जाओत द्य 3 तेबेरू कलीसिया तिके खिनिक दूर ने पवचायलायआवरी हांय फिनीके आवरी सामरिया ले होयते दुसरा जाति मन र मन बाहाड़ा’ र समाचार सुनायते गलायए आवरी सबू भाई खूबे हरिक होयलाय द्य 4 जड़ दाय हांय मन यरूशलेम पवचलायए तो कलीसिया आवरी पेरेरित आवरी प्राचीन हांय मन के हरिक संगे भेट होयला लायए आवरी हांय मन सांगलाय की माहा परभु तिकर संगे रई करी कसन कसन काम करी रये द्य 5 मातर फरिसी मन बाट ने जोन मन बिसबास करी रयेतए हांय मन ले कोनी उठी करी बललायए श्तिके खतना करायबार आवरी मुसा र बेबसता के मानबार आगेया देबार आय द्यश् 6 तेबे पेरेरित आवरी परा प्राचीन ये गोटर बारे ने बिचार करबा काचे कूड़ा होयलाय द्य 7 तेबे पतरस खूबे गोट.बात झगड़ा होलार पाचे ठिया होई करी तिके बललाए श्हे भाई मनए तमी जानास की खूबे दीन होयला माहा परभु तमी मन ले मोके बाचला की मोर मुह ले दुसरा जाति सुसमाचार र बचन सूनी करी बिसबास करोत द्य’ 8 मन के जाचबा बिता माहा परभु तिके बले हामर असन पबितर आतमा देई करी तिकर गवाई देलाय 9 आवरी बिसबास र बाटले तिकर मन के सूद करी हामर ने आवरी हांय मन ने काई लुकाय ना सोंगायला द्य 10 तेबे अबर तमी काय काचे माहा परभु र परीख्या धरबा आस की चेला मन टोडरा ने असन जुआ सोंगाहाए जोनके ना हामर बुआ दादा मन उठाय के सकते रयेत आवरी ना हामी उठाय के सकू 11 हवए हामर ये आय की जोन नीती ले हांय मन परभु यीशु र अनुगृह ले उधार पायबाय हांय ची नीती ले हामी बले पायबू द्यश् 12 रेबे सबू सभा ओगाय होई बनर बास आवरी पौलुस र सुनते रलायए की माहा परभु तिकर बाटले दुसरा जाति मन कसन बड़े बड़े चीनाए आवरी अद भुत काम दकायला द्य 13 जड़ दाय हांय मन ओगाय होयला तो याकूब बलके मुरायलाए ये भाई मनए मोर सूना द्य 14 शमोन सागला की माहा परभु पईले आगे दुसरा जाति मन ने कसन किरपा करला की हांय मन ले आपना नाव काचे गोटक लोक बनाओत द्य 15 एतार ले अगम गिआनी मनर गोट बले मिसू आयए जसन की लिकला आचेए 16 श्एतार पाचे मूय आवरी आई करी दाउद र घसरला डेरा करे उठायबीए आवरी तार खंडर मन के आवरी बनायबीए आवरी हांके ठिया करबीए 17 ई काचे की खिनिक मुनूकए माने सबू दुसरा जाति मन जोन मोर नावर बलाय होऊ आतए परभु के डगराओतए 18 ये हाई ची परभु बलु आय जोन जूग र बनला दाय ले ये गोट मनर खबर देयते आयसीआचेद्यश्’ 19 हाई काचे मोर बिचार ये आय की दुसरा जाति मन ले ये लोक माहा परभु बाटे बाहडू आतए हामी तिके दुःख ना देऊय 20 मातर तिके लिकी पटाऊ की हांय मोरला मनर अशुध पन आवरी बेबिचार पन आवरी टोडरा काटला लोकर माउस ले आवरी लोऊ ले धुर राहा द्य’ 21 कसन की आगले नगर नगर मुसा र बेबसता र परचार करू मन होयते आयला आतए आवरी हांय मन सबू हफ्ता पईल दीने गिरजा घर मन ने पड़ा जाऊ आय द्यश् 22 तेबे सबू कलीसिया संगे पेरेरित मन आवरी आगर मन’के अच्छा लागला की आपना मन ने कानी मुनूक मन के बाचोतए जसन यहूदा जोन बरसब्बा बलाय होऊ आयए आवरी सीलास के जोन भाई मन ने मुखिया रयेय आवरी तिके पोलुस आवरी बरन बास संगे अन्ताकिया पटाओ द्य 23 हांय मन तिकर हाथे ये लिकी पटायलायरू श्अन्ताकिया आवरी सीरिया आवरी किलिकीया ने रबा भाई मन के जोन दुसरा जाति मन ले आतए पेरेरित आवरी जूना’भाई मन र जुहार द्य 24 हामी सुनलू आचू की हामी मन ले कोनी मन हायती जाई करीए तमके तोमर ची गोट ले डराय देलायय आवरी तोमर मन के उलटाय देलाय आत मातर हामी हांय मन के आगेया ना देऊ रऊ द्य 25 ई काचे हामी गोटक मन होई करी अच्छा समझलू की बाचला मुनूक मन के आपना अच्छा बरन बास आवरी पौलुस संगे तोमर लगे पटाओ द्य 26 ये असन मुनूक आत जोन मन आपना जीव हामर परभु यीशु मसीह र नाव काचे मुसकुल ने सोंगायला आत द्य 27 हाई काचे हामी यहूदा आवरी सीलास के पटायलू आचूए जोन आपना मुह ले बले ये गोट मन के बलबाय द्य 28 पबितर आतमा के आवरी हामके अच्छा जानी होयला की ये जरूरी गोट मन के छाड़ीए तोमर उपरे आवरी बोजा ना देओतय 29 की तोमि मोरला मन के बली देला मन असन आवरी लोऊ लेए आवरी टोडरा काटला मन र माउस लेए आवरी बेबिचारी ले धुर राहा द्यये मन ले धुर रबास तो तोमर भला होयसी द्यछमे शुभ द्यश् 30 आवरी हांय बिदा होई करी अन्ताकिया पाउचलायए आवरी सभा के रुंडा करी हांय पतरी के तिके देई देलाय द्य 31 हांय पतरी के पड़ी करी हांय उपदेसर गोट ले खूबे हरिक होयलाय द्य 32 यहूदा आवरी सीलास जोन खुद बले अगम गिआनी रयेतए खुबे गोट मन ले भाई मन के उपदेस देई करी थामायलाय द्य 33 हांय मन खिनिक दीन रई करीएभाई मन ले शान्ति संगे बिदा होयलू की आपना पटायबा बिता मन लगे जाऊ द्य 34 ;मातर सीलास के हायती रबार अच्छा लागला द्यद्ध 35 मातर पौलुस आवरी बरन बास अन्ताकिया ने रैई गलाय रूआवरी दुसरा खूबे लोक मन संगे परभु र बचन र उपदेश करते आवरी सुसमाचार सुनायते रयेत द्य 36 खिनिक दीन पाचे पौलुस बरनबास के बललाए श्जोन जोन नगर ने हामी परभु र बचन सुनाय रऊए आसाए आवरी हायती जाई करी आपना भाई मनके दकु की हांय मन कसन आचेत द्यश् 37 तेबे बरन बास ने यहुन्ना के जोन मरकुस बलाय होऊ आयए संगे धरबार बिचार करला द्य 38 मातर पौलुस ताके जोन पंफुलिया ने हांय मन ले अलग होई रलाए आवरी काम ने तिकर संगे ना गलाए संगे नेबार अच्छा ना समझला द्य’ 39 तेबेरू असन झगड़ा होयलाय की हांय मन एक दुसर ले अलग होयलायय आवरी बरन बासए मरकुस के धरी करी जाहाज ने सईपरस जायते गला द्य 40 मातर पौलुस सीलास के बाचलाए आवरी भाई मन ले माहा परभु र अनुगरह ने सोपा जाई करी हायती ले जायते गलाय 41 आवरी हांय कलीसिया मन के गोट्की जगा करते सीरिया आवरी किलिकिया बाटले जायते गलाद्य