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हांय देने जड़ दाय चेलार गेन्ति खूबे बाड़के धरलाए तेबे यूनानी भाषा बलबा लोक इबरी भाषा बलबा लोकर उपरे कुड कूड़ाय लायए की रोजे दीनार सेवा ने हामर रांडी सुधि ना धरा जाऊ आय द्य 2 तेबे हांय बारा चेलार मंडली के आपना लगे हाग देई करी बललाए श् ये अच्छा नुआय की हामी माहा परभु र बचन के छाड़ी करी खुआय बार पिआय बार सेवा ने रले द्य 3 ई काचेए हे भाई मनए आपना थानले सात अच्छा नावर मुनूक के जोन पबितर आतमा आवरी बुधि ले समपूरन होओंए बाचाए की हामी तिके ये काम ने थेबाय देबू द्य 4 मातर हामी तो पारतना ने आवरी बचन आवरी सेवा ने लगी रबू द्यश् 5 ये गोट सबु मंडली के अच्छा लागलाए आवरी हांय मन के ईस्ट फनूस नावर गोटक मुनूक के जोन बिसबास पवितर आतमा ले समपूरन रयेए आवरी फिलिफुसए आवरी पुरुकुरूसए आवरी निकानोरए आवरी तिमोंनए आवरी परमिनासए आवरी अन्ताकीयावासीए निपुलाउसर जोन येहुदी मंडली ने आई रयेए बाचला लाय द्य 6 तिके पेरेरित र ठिया करी आवरी हांय मन पारतना करी तिकर उपरे हाथ मंडाय द्य 7 माहा परभु र बचन सांगते गलाय आवरी येरुशेलम ने केलार गेंती खूबे बाड़ते गलाय आवरी याजकर गोटक बड़े समाज ये मंडली के मानबा लोक होई गलाय द्य 8 सित्फनुस अनुगरह आवरी सामरथ ले समपूरन होई करी लोक ने बड़े बड़े अदभुत काम आवरी चीना दकायते रये द्य 9 तेबे हांय पारतना घरले लीबिरतिनो र बलाय होऊ आयए आवरी कुरेनी आवरी सीखन्द्रीया आवरी किलिकिया आवरी एसिया र लोक ले कोनी गोटक उठी करी सिस्तफनुस ले बाद बिबाद करके धर लाय द्य 10 मातर हांय गिआन आवरी हांय आतमा जोन के हांय गोटायते रयेए एतार असन करके ना सके 11 इ थानले हांय मन हसय मनर कोनी लोक र उभारा जोन बलके धरलायएश् हामी एके मुसा आवरी माहा परभु र बुरुद ने निंदा र गोट सुनली आची द्यश् 12 आवरी लोक आवरी जुना लोक आवरी शास्त्री मन रिसे होई करी उपरे आयलाय आवरी हाके धरी करी बड़े सभा ने नेलाय द्य 13 आवरी झुटा गवा ठिया करीए लोक मन बललायएश् ये मुनूक ये पबितर जगा आवरी बेबसता र बिरुद ने बलबा काचे ना छाड़े द्य 14 ण् कसन की हामी हाके ये बलबा दाय सुनलू आचू की ये ची यीशु नासरी ये जगा के भोसड़ाय देसीए आवरी हांय रिती मन के पलटी देसी जोन मुसा हामके सोपला आचे द्यश् 15 तेबे सबू लोक जोन सभा ने बसी रयेतए हातार बाटे दकी करी तेबे हातार मुह सरग दुतर असन दकला द्य