16
ये गोट मनके मूय तोमके ई काचे बलली की तोमि धोका ना खाहा | 2 हांय मन तोमके मण्डली घर ले निकराय देबा, मातर हांय समेया आयसी आचे, की जोन कोनी तोमके मारसी हांय समझसी की मूय माहा परभु र सेवा करू आय | 3 असन हांय मन ई काचे करबाय की हांटी मन ना बुआ के जानला आत आवरी ना मोके जानेत | 4 "मातर गोट मनके मूय ई काचे तोमके बलली, की जड़ दाय ईकर समेया आयसी तेबे सुरता आयसी की मूय तोमर ले आगे ची बली रली | ""मूय सुरु ले ये गोट मनके ई काचे बलली कसन की मूय तोमर संगे रई |" 5 मातर अबर मूय आपना पटायबा बिता लगे जीबी आची; आवरी तोमि मनले कोनी मोके ना पुचेत, 'तूय केने जीबी आस ?' 6 मातर मूय जोन ये गोट मनके तोमकी बलली आची, ई तोमर मन दुःख ले भरी गला आचे | 7 तेबे बले मूय तोमके सते सांगबी आची की मोर जीबार तोमर काचे अच्छा आय, कसन की अगर मूय ना जाई तो हांय साहयक तोमर लगे ना आसे; मातर अगर मूय जीबी तो ताके तोमर लगे पटायबी | 8 हांय आई करी सोसार के पाप आवरी धरमर आवरी निआय र बारे ने निरुत्तर करसी | 9 पापर बारे ने ई काचे की हांय मन मोर उपरे विशवास ना करेत; 10 आवरी धरमर बारे ने ई काचे की मूय बुआ लगे जीबी आची, आवरी तोमि मोके आवरी ना दकास; 11 निआयर बारे ने ई काचे की सोसार र सरदार दोषी कराय गला आचे | 12 """मोके तोमर संगे आवरी बले खूबे गोट मनके बलबार आचे, मातर एबे तोमि हांय मनके सहके ना सकास |" 13 मातर जड़ दाय हांय माने सतर आतमा आयसी, तो तोमके ये सतर बाट सांगसी, कसन की हांय आपना बाटले ना बलसी मातर जोन काई सुनसी हाई के बलसी, आवरी आयबा गोट मनके तोमके सांगसी | 14 हांय मोर महिमा करसी, कसन की हांय मोर गोट मनके धरी तोमके सांगसी | 15 जोन काई बले बुआर आय, हांय सबू मोर आय; हाई काचे मूय बलली की हांय मोर गोट मनले धरी करी तोमके सांगसी | 16 """खिनिक बेर ने तोमि मोके ना दकास, आवरी आवरी फेर खिनिक बेर ने मोके दकबास |""" 17 "तेबे हातार खिनिकमाँ चेला मन एक दूसर के बललाय, ""ये काय आय जोन हांय हामके बलसी आचे, 'डनडक ने तोमि मोके ना दकास, आवरी फेर खिनिक बेर ने मोके दकबास ?'आवरी ये 'ई काचे की मूय बुआ लगे जीबी आची'?""" 18 "तेबे हांय मन बललाय, ""ये 'खिनिक बेर ने' जोन हांय बलु आय, काय गोट आय ?हामी ना जानू की हांय काय बलसी आचे |""" 19 "यीशु ये जानी करी की हांय मन मोके पूचबार चायबा आत, हांय मनके बलली, ""काय तोमि एक दुसर ने मोर ये गोटर बारे ने पुच ताच करू आस, 'खिनिक बेर ने तोमि मोके ना दकास,आवरी फेर डनडक ने मोके दकबास'?" 20 मूय तोमके सते बलबी आची की तोमि कान्दबास आवरी बिलक बास, मातर सोसार हरिक होयसी;तोमके दुःख होयसी, मातर तोमर दुःख हरिक ने बदली जायसी | 21 नगत होयबा दाय बायले के दुःख होऊ आय, कसन की हातार दुःख र घड़ी आयला आचे, मातर जड़ दाय हांय पिला के जन्माऊ आय, तो ये हरिक ले की सोसार ने गोटक मुनूक जन्मला, हांय संकट के आवरी सुरता ना करे | 22 हाई असनी तोमके बले अबर तो दुःख आय, मातर मूय तोमर संगे आवरी भेट होयबीआवरी तोमर मन हरिक ले भरी जायसी; आवरी तोमर हरिक कोनी तोमर ले ना झिके | 23 हाई दीने मोके काई ना पूचास |मूय तोमके सते सते बलबी आची, अगर बुआ ले काई मांगबास, तो हांय मोर नावले तोमके देसी | 24 एबेले तोमि मोर नावले काई ना मांगला आस; मांगले,ले पायबास की तोमर हरिक पूरा होओं | 25 """मूय ये गोट मनके तोमि मनले दुषटान्त ले बलली आची, मातर हांय समेया आयसी आचे की मूय तोमर ले आवरी दुष्टान्त ले ना बली, मातर उगाड़ी करी तोमके बुआ र बारे ने सांगबी |" 26 हाई दीने तोमि मोर नावले मांगबास; आवरी मूय तोमके ये ना बली की मूय तोमर काचे बिन्ती करबी; 27 कसन की बुआ तो आपनी तोमर संगे मया सोंगाऊ आय, ई काचे की तोमि मोके मया करला आस आवरी ये बले विशवास करला आस की मूय बुआर बाटले आयली | 28 "मूय बुआ बाटले जग ने आयली आची; मूय आवरी जग के छाड़ी करी बुआ लगे जीबी आची |""" 29 "हातार चेला मन बललाय, ""दक, अबर तो तूय उगाड़ी करी बलबी आस, आवरी कोनी दूस्टांत ना बलिस |" 30 "अबर हामी जानी गलू आचू की तूय सब बानीके जानिस, आवरी एतार काम निआय की कोनी तोके काई पूचोत; एतार ले हामी विशवास करबू आचू की तूय माहा परभु र बाटले आयली आस |""" 31 "ये सूनी करी यीशु तिके बलला, ""काय तोमि अबर विशवास करबा आस ?" 32 दका, हांय समेया आयसी आचे मातर आयला आचे की तोमि सबू एने हाने होई करी आपना आपना बाट धरबास, आवरी मोके एकला छाड़ी देबास; तेबे बले मूय एकला निआय कसन की बुआ मोर संगे आचे 33 "मूय ये गोट मन के तोमके ई काचे बलली आची की तोमके मोरने शान्ति मिरो |सोसार ने तोमके दुःख होऊ आय, मातर ढाढस बांदा, मूय सोसार के जीतली आची |"""