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पाचे ईसु पवितर आत्मा ले भरी करी एरदन लंदी तानले बाहड़लाय आवरी पवितर-आतमा सबुदाय हांतार संगे रला। आवरी आतमा हांके दुय कोड़ी दिन चिमचाम बाटे नेला। 2 आवरी हांयताने सयतान हांके पाप करबा काजे पुसायते रला। हांय दिनमन ने ईसु कांईची ना कायला; आवरी हांय दिनमन पुरबाके हांके बुक लागला। 3 तेबे सयतान हंके बोलला, "तुय महाप्रू बेटा आले, ए पोकना के रोटी होयबा काजे बोली देस। 4 तेबे ईसु तार उतारे बोलला, "माने सोजे रोटभ् कायीकरी ना जीये बोलीकरी दरम सासतर ने लिकला आचे’ 5 पाचे, सयतान हांके डंडकीचने गोटोक बड़े डेंग ताने नेला; आवरी संवसारर सबु राज के दकायला; 6 आवरी हांके बोलला "मुंय ए सबुर ऊपरे राज करबा हक आवरी ए सबुर मयीमा के तोके देबी; कसनेबलले ए सबु मोके मिरला आचे आवरी मुच जोन माने के मन करबी, ताके ए सबु के देयके सकी। 7 एतारी काजे, तुय मोके पांय पड़ीकरी जुवार कारले, ए सबु तोर होयी जायसी। 8 तेबे ईसु तार उतारे बोलला, ’दरम सासतर ने "तुय तोर परबुु महाप्रू के पांय पड़ी जपते रा; आवरी तारीची सेवा कर बोलीकरी लिकला आचे। 9 तेबे सयतान हांके एरूसलेम नेयीकरी, मंदिरर टिपे टिंया करला आवरी हांके बोलला, "तुय महाप्रू बेटा आस आले, ए तानले तले डोगाव; 10 कसनेबलले, दरम सासतर ने," हांय तोके बाचायबा काजे आपना तियारसी" आवरी हांयमन तोर गोड़ के पोकना ने ना पावो बोलत तोके हाते हात जोकबाय" 11 "आवरी हांय तोके हाथे हाथ उठाय बाय असन ना होओं की तोर गोडे पोकना ले ठटाय होओं | 12 तेबे ईसु तार उतारे बोलला, "तुय तोर परबु महाप्रू बोलीकरी बले दरम सासतर ने लिकला आचे। 13 सयतान ईसु के सबु बाट ले पाप करबा कांजे पुसायकरी सरायलार पाचे, आवरी अचा मोवका मिरोतल डंडक काजे हांक चाड़ीकरी गला। 14 एतार पाचें, ईसु गलील ताने बाहड़ला अवारी पवीतर आतमार सामरत तार संगे रला। आवरी तार इसाबर गोट हांय राजर सबु बाटे गोरी होयला; 15 आवरी हांय तिकर पारतना- गुड़ीमन ताने सिकायते रला; आवरी सबु हांतार जय जय करलाय। 16 पाचे हाथ नासरत गांव ताने गाला. जोन तोन हांय बड़े बाड़ी रला; आवरी हांय आपनार टकर असन; सुसतायबा दिने पारतना-गुड़ी तोन गला; हांयतान दरम सासतर पड़बा काजे दिया; होयला; 17 तेबे एसायह अंतरजानी बितार किताब के हांके देलाय। आवरी किताब के हांथ उगाड़ला; 18 परबुर आतमा मोर सगें आचे; कसनबलले गरीब लोक के नंगत-गोट सुनायबा काजे मोके बाचला आचे। आवरी सयतानर हाते बादाय होयला लोक के हाते बांदाय होयला लोक के चाड़ाया देबा गोट क सांगबा काजे, हिनसता लोक के तिकर हिनसता ले चाड़ायबा काजे; 19 आवरी परबु आपना लोक के यबाचायबा बेरा आयला आचे बोली सांगबा काजे हांय मोके पोटायला आचे; 20 पाचे हांय, किताब के डापीकरी सेवाकारीर हाते देयी देला आवरी बसला; आवरी पारतना- गुड़ी ताने रला सबु लोक हांकेची दकते रलाय। 21 तेबे ईसु तीके बोलके मुरायला, " आजी मोर इसाब ने लिका होयला दरम सासतर ए पाट तोमर चोमे पुरला । 22 तेबे सबु हांके सहरायलाय; आवरी हांय गोटायला अचा-निमान गोट के सुनीकरी अचरित होयलाय आवरी बोललाय, " काय ए ईसुपर पिला नु आय,? 23 तेबे हांय तीके बोलला, " तोमी ’ए बईद- बिता तुय कुद के पइले अचा कर बोली सबु लोक बोलबा ए गोट के मोर लगे बालबास; आवरी हांमी सुनला असन तुय कपरनहूम ने करला अचरित बुता के, तोर निजर गांव ने बले कर बोली तोमी मौक सते बोलबास" 24 हांय तीके आवरी बोलला, "मंुय तोमके सते बोलली आची, कोनी अंतरजानी बले आपना नीज गांव ने मान-इजित ना पाये। 25 आवरी मंुय तोमके सते सांगबी आची, एलिया अंतरजानीर बेरा ने, बरस आवरी चय मयना पानी ना मारलादाय, सबु देस ने बुक बड़ाला; आवरी इसरायेल ने कुबे रांड़ी बायलेमन रालय; 26 अड़किदाय, महाप्रू एलिया के इसरायेल ने रला कोनी दुसर रांड़ी बायले लगे नाई; मातर सयदा बायलेच लगे पोटायला; 27 आवरी एलिसा अंतरजानी बितार बेरा ने इसरायेल ताने केबु बडे़-रोग बेमार लोक रलाय; मातर सीरिया देसर नामान के चाड़ीकरी हांयमान तानले कोनी बले चुकचुका ना होयलाय।" 28 तेबे ए गोट के सुनीकरी, पारतना-गुड़ी ताने रला सबु लोक दुबे रिस होयलाय; 29 आवरी हांयमन उटीकरी हांके सहल ले बाहरे निकरायलाय; आवरी हांके तले मुड़ी-गाडी टेगली मोरायबा काजे तिकर सहरर गोटोक ड़ोगरीर टीपे नेलाय। 30 मातर ईसु सबुर मंजीगता ले निकरीकरी जायते गला। ईसु गोटोक बुत के केदबाटा 31 आवरी हांय गलील र कफरनहुम नगर ने गला आवरी हप्ता र पेईला दीने लोक मन के उपदेश देयते रला 32 हांय मन हातार उपदेश ले चकित होयलाय कसन बलले हातार वचन अधिकार संगे रये 33 आवरी हांय पारताना-गुड़ी ताने , बुत दरी रला गोटोक माने रला; 34 हांय कुबे कोलार होयीकरी किर किरीकरी बोलला, ए ईसु नासरी हांमर लगें तोर काय काम आचे? काय तुम हांमके नसायबा काजे आयली आस? तुय कौन आस बोलीकरी मंुय जानी तुम महाप्रूर पवितर लोक आस।" 35 मातर ईसु ताके दाका देयीकरी "आगाय रा आवरी हांतार बितर ले निकरी जा बोलीकरी हुकुम देला" तेबे बुत ताके सबुर मंजीगता ने आपटला आवरी कांई तकलिस ना देयीकरी तार बितर ले निकरी गला। 36 सबु लोक अचरित होयीकरी, "ए कसन गोट आय? हक आवरी समारत कसन गोट आय? हक आवरी सामरत संगे हांय बुतमन के हुकुम देयसी सामरत आवरी हांयमन बले निकरी जीबा आत" बोली हांयमन एक दुसर ले गोटायलाय परगनर सबु बाटे गोरी होयला। 37 पाचे हांय पारतना-गुडी तान ले उटीकरी सिमोनर गरे गला। हांयताने सिमोनर सतरी के कुबे जर चेगाय रला; आवरी तार के चाडा़यबा काजे हांयमन ईसु के गुहारलाय। 38 पाचे हांय पारतना-गुडी तान ले उटीकरी सिमोनर गरे गला। हांयताने सिमोनर सतरी के कुबे जर चेगाय रला; आवरी तार के चाडा़यबा काजे हांयमन ईसु के गुहारलाय। 39 तेबे ईसु हांतार लगे टिंया होयीकरी जर चाड़बा काजे हुकुम देला; तेबे तार जर उतरला आवरी तुरते हांय उटीकरी तिकरी मानदान करला। 40 आवरी बेर बसबादाय, लोकमन बरन-बरन बेमार ने पड़ला सबु के ईसु लगे आनालाय; आवरी हांय गोटोक ऊपरे आपना हात सांेगायकरी तीके अचा करला। 41 आवरी बूतमन बले तूय महाप्रूर बेटा आस! बोलते किर-किरीकरी कुबे लोकर बितरले निकरी गलाय! मातर, ईसु दाका देयीकरी तीके बोलके ना देला। समनबलले ईसुची किरिस्त आय बोलते हांयमन जानलाय। 42 दुसर दिने बेर उदलादाय, हांय गोटोक चिमचाम बाटे गला। आवरी रासक लोक, हांके डगरायते रलाय, अवारी हांके पायलादाय, हांमर लगले ना जा बोली बोललाय। 43 मातर हांय तीके, ‘‘दुसर सहरमन ताने बले महाप्रूर राजर नंगत-गोट के मोके सांगबार आय। कसन बलले एतारी काजे महाप्रू मोके पोटायला आचे" बोलला, 44 असनी बोलीकरी, हांय एहूदा राजर पारतना - गुड़ीमन ताने - नंगत गोट के सांगते रला।