16
जेबे सब्द र दीन सरला, तेबे मरियम मगदलीनी, आवरी याकूब र आया मरियम, आवरी सलोमी बास देबा चीज घेनला की आई करी ताके लगाओत | 2 हफ्ता र पईल दीन बड़े सकरेआ जड़ दाय बेर उदी ची रये, हांय मन कबर ने आस लाय, 3 आवरी एक दुसर के गोटायते रयेत, “हामार काचे कबर र बाट ले पकना के कोन सरकायसी ?” 4 जड़ दाय हांय मन आंकी के उगाड़ लाय, तेबे दकलाय की पकना उलट ला आचे- हांय खुबे बड़े रये | 5 कबर र भीतरे जाई करी हांय मन गोटक जुआन के पंडरा फटई पिन्द लार उजा बाटे बसलार दक लाय, आवरी खुबे चकित होयलाय | 6 हांय तिके बलला, “चकित ना हुआ, तोमी यीशु नासरी के, जोन कुरूस उपरे चेगाय जाई रये, डग रायबा आस |हांय जीव उठला आचे, ए थाने निआय; दका, ए हाई जगा आय, जोनती हांय मन सोंगाय रयेत | 7 मातर तोमी जाहा, आवरी हातार चेला मन आवरी पतरस के बला की हांय तोमर ले पईले गलील बाटे जायसी | जसन तोमके हांय बली रये, तोमी हांई थाने ताके दकबास |” 8 आवरी हांय मन निकरी करी कबर ले पराय लाय; कसन की थर थरी आवरीघबराय हांय मन ने ढाकी होई रये; आवरी हांय मन काकई काई ना बललाय, कसन की डरते रयेत 9 हप्ता र पईले दीन सकार पायते खन हांय जीव उठी करी पई ले ची मरियम मगदलीनी के जाहार थान ले हांय सात भुत आतमा निकराय रये, दका देला | 10 हांय जाई करी यीशु र संगवारी मन के जोन मुर मुरा होई रयेत आवरी कान्दते रयेत, खबर देलाय | 11 हांय मन ये सूनी करी की हांय जीव आचे आवरी हांय ताके दकला आचेत, विश्वास ना करलाय | 12 एतार पाचे हांय दुसरा रूप ने हांय मनले दुय झन के जड़ दे हांय मन गाँव बाटे जायते रयेत, दका देला | 13 हांय मन बले जाई करी दुसरा के खबर देलाय, मातर हांय मन तिकर विश्वास ना करलाय | 14 पीटी बाटे हांय ईगारा के बले जड़ दे हांय मन भात खायके बसी रयेत दका देला, आवरी तिकर अविश्वास आवरी मन र कठोरता ने बले समझायला, कसन की जोन मन हातार जीव उठबार पाचे हांके दकी रयेत, हांय मन हातार विश्वास ना करलाय | 15 आवरी हांय तिके बलला, “तोमी सबू जगत ने जाई करी सबू पुरती र लोक के सुसमाचार परचार करा | 16 जोन विश्वास करी आवरी बपतिस्मा धरले हातार उधार होयसी, मातर जोन विश्वास ना करसी हांय दोसी थेबाय जायसी; 17 विश्वास करबा लोक ने ये चीना होयसी की हांय मन मोर नाव ले भुत आतमा के निकराय बाय, नुआं नुआं भाषा बलबाय, 18 साँप मन के उठाय बाय, आवरी अगर हांय मरबा चीज के बले खायले तेबे बले तिकर कांई हानी ना होये; हांय मन बिमार उपरे बले हाथ के थाप ले बले, आवरी हांय मन अच्छा होयबाय | 19 परभु यीशु तिके गोटायलार पाचे सरगे गला, आवरी माहा परभु उजा बाटे बसला | 20 आवरी हांय मन निकरी करी सबु जगा ने परचार करला, आवरी परभु तिकर संगे काम करते रये, आवरी हांय चीना मन बाटले जोन संगे संगे होयते रये, वचन के बरसक करते रये |आमेन |