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हाँती ले निकरी करी हांय अपनार देस ने आयला, आवरी हांतार चेला मन बल्ले हांतार पीटी पीटी गलाय| 2 सुतायबार दिन हांय मण्डली घर ने उपदेस देए के मुरायला, आवरी खुबे लोक सुनी करी अचरित होएलाय आवरी बलके मुराए लाय, “ एके अतक ज्ञान कोलग ले मीरला? ऐ कसन ज्ञान आय जोन एके मिरला आचे? कसन सामर्थर काम एतार हाते हुआय? 3 काय ऐ आंयी बढीर नुहाए जोन मरियमर बेटा आय, आवरी याकूब, योसेस, यहूदा, आवरी सिमोनर भाई आय? काय आंतार बहिन हामोर संगे ना रुआय? “एतारी कजे हांय मन हांके बाकन लाय|” 4 यीशु ताके बल्ला, “ अंतरयानी अपनार देस, आवरी अपनार कुटुम अपनार घर के छाडी आवरी कोनी लगे बल्ले असन अपमान ना होए|” 5 हांय हाँती कांई सामर्थर काम ना करला, मतर कतक मा लोक के चीई करी तिके अच्छा करला| 6 आवरी यीशु तिकर अविसबास के दकी करी तार जीव दुःख ला, आवारी हांय चारो बाटर गांव ने परचार करला| 7 हांय बारा लोक के अपना लगे आग देई करी आवरी तीके दूई दूई लोक के पटाय ला|” आवरी तीके अशुध्द आत्मा उपरे हक़ देला| 8 हांय तीके हुकुम, “ जिबा कजे टेंगा के छाडी कांई ची ना धरा रोटी ना धरा, जोला ना धरा, थयली ने पैसा ना धरा, 9 मतर पनीई ना पिंदा आवरी दुई दुई टा कुड़ता ना पिंदा|” 10 आवरी हांय तीके बल्ला, “ जोन कांहरी घरे बल्ले तमी जीबास, आवरी जड़दाय हाँती ले ना निकर बास हांय ची घरे तेबी राहा| 11 जोन तानर लोक तमके ना अपनावत आवरी तमर ना सुनेत, हांय घर ले निकरु निकरू ची गोडर दुरला के पापड़ी दियास की तिकर कजे गवा होओं|” 12 तेबे हांयमन जाई करी परचार करलाय की मन के बाहाड़ा, 13 आवरी खुबे अशुध्द आत्मा के निकराय लाय, आवरी खुबे बेमार लोक मनर उपरे तेल लगाय करी हांय मन के अच्छा करला| 14 यरोदेस राजा बल्ले यिशुर गोट के सुनला, कसन बल्ले हांतार नाव सबु लोक सुनी रलाय, आवरी हांय बल्ला, “ यहुन्ना बतिस्मा देबा बीता मोरला तानले जीयला आचे, एतारी कजे आंतार संगे ऐ सामर्थय काम हुआय|” 15 दूसरा लोक बललाय, “ऐ एलिया आय|” मतर कट्टा मा दुसरा लोक बललाय, “ ऐ बविस्भ्कता आय नोएले बविस्बकता असन गोटक कोनी आय| 16 यरोदेस ये सुनी करी बल्ला, “जोन यहुन्नार मुंड के मोय काटाय रली, हांय जीयला आचे|” 17 यरोदेस अपनार भाई फिल्लिपुसर बायले यरोदियासर जोन के बिहा होई रला, लोक के पटाय करी यहुन्ना के धराय करी जेल घरे डापी रलाय; 18 कसन बल्ले यहुन्ना यरोदेस के बल्ली रहे अपनार भाईर बायले के सोंगाय बार अच्छा नुहाए|” 19 यही कजे यरोदियास ताके रिस होएबार आय आवरी हांय बिचार करते रहे की मोरते मारबा कजे मतर असन ना होयला, 20 कसन बल्ले यरोदेस यहुन्ना के धर्मी आवारी पवित्र माने जानी करी ताके डरते रहे, आवरी ताके बाचयते रय, आवरी तार गोट के सुनी करी खुबे डरबार आय, मतर अरिक ने सुनते रबार आय| 21 अच्छा बेरा आयला जड़दाय अपनार जनम दिन ने प्रधान मन, आवारी सेनापति मन, आवरी गल्लीलर बड़े बड़े लोक मन कजे बोज मनाय ला| 22 त्तेबे यारोदियासर बेटी बितर आयला, आवरी नाची करी यारोदेस के आवरी तार संवारी मन के अरिक करला| तेबे राजा टोकी के बल्ला, “तुई कांई ची बल्ले मान मय तोके देबी|” 23 आवरी तार किरिया खायला, “ मय अपनार गोंदायक राज के बल्ले तुई मांगे ले मय देई देबी|” 24 हांय बाहरे जाई करी तार आया के पचार ला, “ मय काय मांगबी?” हांय बल्ला, “ यहुन्ना बतिस्मा देहुर मुंड|” 25 हांय तुरते राजा लगे बितरे आयला आवरी ताके गुहार ला, “ मय तोके मांगबी आचे तुई अबे यहुन्ना बस्तिमा देबा बितार मुंड के गोटक ताली ने काटाय आन|” 26 तेबे राजा खुबे मुरमुरा होएला मतर अपनार किरिया खाई रबार लागी आवरी लोक मन हांय लगे रलाय गुनुक नाई बलके ना सकला| 27 तेबे राजा तुरते गोटक सिपाई के आदेस देई पटाय ला आंतार मुंड के काटी आना| 28 हांय जेल घरे जाई करी हान्तार मून के काटला, आवरी गोटक ताली ने धरी करी आनला आवरी टोकी के देला, आवरी टोकी आंतार आया के देला| 29 ऐ गोट के सुनी करी यहुन्ना चेला मन आयलाय, आवरी आंतार शरीर के नेलाय आवरी मोट बितरे सोंगाय लाय| 30 चेला मन यीशु लगे कूड़ा होई करी जोन बल्ले हांय करी रय आवरी सीखाय रय, सबु के सांग लाय| 31 हांय तीके बल्ला, “तमी अलगे जाई करी चिम चाम बाटे दंडक बिशाहा|” कसन बल्ले खुबे लोक ईहार जाहार होयते रहेत, आवरी तीके खाय बा कजे बल्ले पुरसत ना मिरते रहे| 32 एतारी कजे हांयमन डोंगा ताने चेगी करी, चिम चाम बाटे अलगे गलाय| 33 खुबे लोक ताके जिबा टाके दकी करी चीतायलाय, आउरी सबू शहर ले कूड़ा होई करी पोरालायआउरी तारले पईले | 34 हायं उतरी करी खुबे बड़े कूड़ा के दकला, आउरी तिकर उपरे जिव दुकाय ला, कसनबल्ले हायं मन मेंड़ी मन असन रलाय, जाआर कोनी राका करबा लोक ना रलाय; आउरी हायं तीके खुबे गोट मन सिकाय के मुरायला | 35 जड़ दाय बेरा खुबे टरला, तेबे तार चेला मन तार लगे आसी करी बल के मुरायलाय, “ऐ चिमचाम जगा आय, आउरी खुबे बेरा टरला आचे | 36 तीके निकराय देस कि भोंवरकर गाँव मन ने आउरी बस्ती मन ने जाई करी, हामर काजे काई घेनी करी आना |” 37 हायं जबाब देला, “तमिची तीके खायबा काजे दिआस |”हायं मन ताके बल्लाय, “काय हामी सव दीनारर रोटी मन घेनबू, आउरी तीके खुआ ?” 38 हायं तीके बल्ला, “जाई करी दका तोमर लगे कतक रोटी मन आचे ?” हायं मन पता लगाय करी बल्लाय, “पांचटा आउरी दुयटा माच बले |” 39 तेबे हायं तीके पटायला कि सबू के काचा पोतरेया लाटा ने लाईन ले बोसाय दिआस | 40 हायं मन सव-सव आउरी पचास-पचास करी लाईन ने बसलाय | 41 यीशु हांय पांच रोटी आवरी दुई टा माछ के दरला, आवरी सरग बाटे दकी करी धन्यवाद देला,आवरी रोटी के गोंदा करी गोंदा करी चेला मन के देयते गला, आवरी हांय मन लोक मन के बाटा करी देवत, आवरी यीशु दुई टा माछ के बले सबु के बटा करी देला| 42 सबु पेट बरते खायलाय, 43 आवरी हाँयमन बारा टुकना उरला रोटी के उठाय लाय, आवरी कीनिक मा उरला माछ के बले| 44 जोंन लोक रोटी खाय लाय, हाँती पांच हजार मुनुक पिला रलाय|,यिशुर पानी ने इंड बार 45 तेबे हांय तुरते अपनार चेला मन के डोंगा ताने चेग बा काजे बिबस करला की हांय मन यीशु ले आगे हांय पाक बैद्सेदा ने जावत, जड़कदाय ले की हांय लोक के विदा करोत| 46 लोक के बिदा करी हांय डोगरी उपरे पार्थना करबा कजे गला| 47 जड़दाय संज होएला, अड्क दाय तरिर मंजी गता रला, आवरी हांय एकला बाटाय रला| 48 जड़दाय हांय दकला की चलाय चलाय गबराय गला आत, कसन बल्ले लेहरा तिकर चमले आयते रला, तेबे रातिर सकार पायबा दाय तरिई बितरे इंडते तिकर लगेआयला; आवरी हांय तिकर ले चमें जीबा कजे होएते रला| 49 मतर यीशु के तरीई बितर इंड बा दाय दकी करी समझ लाय की भुत आय, आवरी आवरी चिचाय लाय; 50 "कसन बल्ले सबु आंके दकी करी अक्च्काय लाय| तेबे हांय तुरते हांय मन के गोटायला, “बरसक हुआ"" मोय हांय; ना डरा|;" 51 तेबे हांय तिकर लगे डोंगा ने आय ला, आवरी लेहरा तेबला आवरी हांय मन खुबे अक्च्काय गलाय| 52 यमन हांय रोटिर गोट के बले ना समझते रयत, कसन बल्ले तिकर मन कटोर होई रला| 53 हांय मन तरिर हांय पाक उतरी करी गन्नेसरत ने पहुछ लाय आवरी डोंगा के घाट ने लगाय लाय| 54 जड़दाय हांय मन डोंगा ले उतर लाय, तेबे लोक ताके तुरते चिताय करी, 55 आली पालीर सबु गाँव ने पराय लाय, आवरी बेमार लोक के कट्टिया ने सुआय करी, जोन जोन ताने खबर पाय लाय यीशु आय, हांय हांय ताने नेलाय| 56 आवरी जोन ताने बल्ले हांय गाँव ने, नगर ने, आवरी बस्ती ने बल्ले जायते रय, लोक बेमारी मन के खुबे लोक के कूड़ा करी ताके गुहारते रयत की यीशु हांय मन के अपनार पीटीईर आँचरा के बल्ले छिए के दे;आवरी जतक लोक हांके छिएते रयत सबू अच्छा होएते रयत|