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हप्ता दीन पाचे सप्ता र पईले दीने पौ फाटते खन मरियम मगदलीनी आवरी दुसरा मरियम कबर के दकके आयलाय | 2 आवरी दका, गोटक बड़े भूकंप आयला, कसन की प्रभुर गोटक दूत सरग ले उतरला आवरी लगे आसी करी हांय पकना के गुचाय देला, आवरी हांयती बसला | 3 हातार मुह बिजली असन आवरी तार फटई पाले असन उजर रये | 4 हातार डर ले राका रउ मन थर थराय लाय, आवरी मोरला असं होयलाय | 5 सरग दूत बायले मन के बलला, “ ना डरा,मय जानी की तमी यीशु के जोन क्रूस ने चेगाय जाई रये डग रायबा आस | 6 हांय ए लगे निआह, मातर तार वचन र अनुसार जीव उठला आचे |आसा, ये जगा के दका, जोनती प्रभु रये, 7 आवरी अड़की ची दाय जाई करी हातार चेला मन के बला की हांय मोरला थानले जीव उठला आचे, आवरी हांय तोमर ले पइले गलील बाटे जायसी आचे, हायती तार दरसन पायबास !दका मय तमके बलली |” 8 हांय मन डरी करी आवरी खुबे हरीक होई कबर ले अड़की ची दाय बाहड़ी करी तार चेला मन के खबर देबा काचे परायते गला | 9 "तेबे यीशु तीके मीरला |आवरी बलला, “जुहार""| हांय मन लगे आसी करी आवरी तार पाय पड़ी तार सेवा करलाय |" 10 तेबे यीशु तीके बलला, “ना डरा; मोर भाई मन जाई करी बला की गलील बाटे जाहा, हायती मके दकबास |” 11 हांय मन जायते ची रयेत की राका रउ मन ले कोनी नगर ने आसी करी सबू हाल बड़े मुखियां मन के सांगी सुनाय लाय | 12 तेबे हांय मन जुना लोक संगे रुंडा होई विचार करलाय आवरी सिपाई मन के खुबे चांदी देई करी बलला, 13 """ असन बला की राती जड़ दाय हांमी सोयते रउ, तेबे तार चेला मन आई करी हांके चोरी नेलाय |" 14 आवरी अगर ये गोट हाकीम र काने सूना देयसी, अड़ दाय हांमी ताके समझायबु आवरी तोमके जोखिम ले बाचायबू |” 15 तेबे: हांय मन पयसा धरी करी जसन सिकाय रयेत, असनी ची करलाय |ये गोट आजी तक यहूदी ने फयलला आचे | 16 ईगारा चेला गलील र हांय डोंगरी ने गलाय, जोनती यीशु तीके सांगी रये | 17 हांय मन तार दरसन पाई जुहार करलाय, मातर कोनी कोनी के विसबास ना होयला | 18 यीशु तीकर लगे आसी करी बलला, “सरग आवरी धरतनी र सबू अधिकार मोके मीरला आचे | 19 हांई काचे तमी जाहा, सबू जातीर लोक के चेला बनाहा;आवरी तीके बुआ आवरी बेटा, आवरी पवित्र आतमार नाव ले बपतीसमा दीआस, 20 आवरी तीके सबू गोट जोनके मय तमके आगेया देली आची, मानबार सीखाहा:आवरी दका,मय जगतर सरबा दाय ले सबू दाय तोमर संगे आची |”