22
यीशु आवरी तिके बचन ने बलला, 2 """ सरगर राजहांय राजर असन आय, जोन अपनार बेटार बिहा करला |" 3 वरी हांय अपनार दास मन के पटायला की आग देला लोक के बिहार भोज ने आग देवत; मातर हांय मन आय बार ना चायलाय | 4 आवरीहांय आवरी दास मनके बलिकरी पटायला,'नियोतला लोकके बला: दखा, मैं भोज तिआर करलीआचे, मोर बयला आवरी पसला पशुके मारलाआत, आवरी सबू कांई तिआर आचे: बिहार भोज ने आसा | 5 मातर हांय मन मने ना दरी करी जायते गलाय: कोनी अपनार बेड़ा बाटे| कोनी अपनार बेबार ने | 6 दूसरा लोक जोन बाची रहेत तार दास मन के दरी करी तिकर आदर ना करलाय आवरी मारलाय | 7 तेबे राजा केरिस लागला, आवरी हांय अपनार सेना के पटाय करीहांयअतिहारा मन के नास करला,आवरी तिकर नगर के पुकी देला | 8 तेबे हांय अपनार दास के बलला,बिहार भोज तो टीआर आचे मातर नियोतला लोक लायकर ना रलाय | 9 ई काचे खोरी बाटे जाहा आउर जतक लोक तोमके मीरले सबु के बीयार भोज ने हाग देई आना | 10 हांय दास मन बाटे जाई करी काय अडरा काय अच्छा, कतक मीरलाय, सबु के रुंडायला; आवरी बीयर घर लोक मन ले भरला | 11 """ जेबे राजा लोक मन के दकबा काचे भीतरे आयला, तेबे हांय थाने कोटक माने के दकला जोन बीयार फटई के ना पींदी रये |" 12 हांय पचार ला, हे मीत; तुय बीयर फटई ना पीन्दी करी ऐ थाने कसन आयली आस? तार मुह बंद होयला | 13 तेबे राजा सेवक मन ले बलला, एतार हात गोड़ के बांदी करी ताके बाहरे अंदार ने सोंगहां, हांय थाने कांद बार आवरी दात कड़राय बार होयसी | 14 कसन की हाग देलार तो खुबे आचेत मातर बाचलार खिनिक माँ आचेत 15 तेबे फरीसी मन जाई करी आपस ने विचार करलाय की ताके कोन प्रकार र गोट ने फसायबू | 16 तेबे: हांय मन आपनार चेला मन के हेरोदीया र संगे तार लगे ऐ बालबा काचे पटायला, 'ऐ गुरु हामी जानू की तुय सत्ते आस, आवरी काहरी चिन्ता ना करी, कसन की तुय माने मनर मुह दकी करी ना गोटाईस | 17 ई काजे हामके सांग तुय काय सोच बी आस ? कैसर ने देबार अच्छा आय की नुआय |” 18 यीशु तीकर दुर्दशा जानी करी बलला, “ हे कपटी मन, ममोके काय काचे परख बा आस ? 19 कमाई र सिक्का मके दकाहा |” तेबे हांय मन तार लगे गोटक मन ले आयलाय | 20 हांय तीके पचार ला, “ ऐ छापा आवरी नाव कहार आय ?” 21 हांय मन ताके बललाय, “ कैसर र |” तेबे हांय तीके बलला, “ जोन कैसरर आय, हांय कैसर के ;आवरी जोन माहा परभुर आय, हांय माहा परभु के दीयास |” 22 ऐ सूनी करी हांय मन चकीत होयलाय, आवरी ताके छाड़ी करी गलाय 23 हाई दीने सदुकी जोन बलुआत की मरला मनर जीव उठबार आचेहीनाई,तार लगे आयलाय आवरी ताके पचार लाय, 24 “ हे गुरु,मुसा बली रये की अगर कोनी माने बीना बेटार मरी जायसी, तेबे तार भाई तार बायले ले बीआ करी आपनार भाई काचे पीला टोकी जनमाहा | 25 एबे हामर थाने सात भाई रयेत; आगर बीआ करी मरला, आवरी बेटा ना होयबा लागी आपनार बायले के आपनार भाई काचे चाड़ी देला | 26 ई परकार दूसरा आवरी तीसरा पने करला, आवरी सातो मन ले असनी ची होयला | 27 सबुर पाचे हांय बायले पने मरला | 28 तेबे: जीव उटबार ने हाय सातो मन ले काहार बायले होयसी ? कसन की हांय सबुर बायले होई रये |” 29 यीशु तीके उतर देला, “ तमी पबीत्र सास्त्र आवरी माहा परभुर शामर्थ के ना जानास ;एई लागी भूल ने पड़ला आस | 30 कसन की जीव उठ्बा ने हांय मन बीआ ना करेत आवरी बीआ ना देबाय मातर सरग ने माहा परभुर र दुतर मनर सामान होयबाय | 31 मातर मोरला लोकर जीव उठ्बा बारे ने काय तोमी ऐ वचन ना पड़ला आस जोन माहा परभू तोमके बलला आचे : 32 मय अब्राहम र माहा परभुर, आवरी इसहाक र माहा परभुर, आवरी याकुबर माहा परभू आंय ? हांय मरला लोकर नाई, मातर जीवता मनर माहा परभू आय 33 ऐ सूनी करी लोक तार परचार के चकीत होयलाय | 34 जेबे फरीसी मन सुनलाय की यीशु सदुकी मनर मुह बंद करला, तेबे हांय मन कूड़ा होयलाय | 35 हांय मन ले गोटक बेबसता करबा बीता ताके परक बा काचे ताके पचार ला , 36 हे गुरु, बेबसता ने कोण असन आगेया बड़े आय ?” 37 हांय तीके बलला, “ तुय माहा परभू अपनार परभू ले तोर सबु मन ले आवरी अपनार सबु जीव ले आवरी अपनार सबू बुदी संगे मया सोंगाव | 38 बड़े आवरी मुख्य आगेया तो ऐ आय | 39 आवरी ताहरी सामान ऐ दूसरा पने आय की तुय अपनार घर लगर लोक ले पने अपना समान मया सोंगाव | 40 ऐई दुय आगेया मन आय सबू बेबसता आवरी भाबिस बकता मनर बाटले आय |” 41 जेबे फरीसी मन रूंडी रयेत, तेबे यीशु तीके पचारला, 42 """ मसीह र बारे ने तोमी काय सोचु आस ? हांय काहार बेटा आय ?” हांय मन ताके बललाय," 43 हांय तीके पचार ला, “ तेबे दाउद र आत्मा ले होई करी ताके परभू कसन बलबा आस ? 44 परभू, मोर परभू ले बलला, मोर बुजनी बाटे बस, जेबे तक की मय तोर दुश्मन मन के तोर गोड़ र तले ना करी देई | 45 सीधा, जेबे दाउद ताके परभू बलुआय, तेबे हांय तार बेटा कसन ने होयला ?” 46 तार उतर ने कोनी पने गोटक गोट ना बलके सकला | हांय दींन ले कोनी के आवरी ताके पचार बार साहस ना होयला |