11
जड़ दाय यीशु आपनार बारा चेला के हुकुम देई सारला, तेबे हांय तिकर नगर ने उपदेश आउर परचार करबा काचे हांय थानले गला | 2 यूहना जेल घरे मसीहिर काम के समाचार सुनला आउर अपना चेला के हांय ये पचार बा काचे पटायला, 3 काय आयबा बिता तुय आस, काय हामी काहरी दुसरर बाट दकुआव ? 4 यीशु जबाब देला, जोन कोनी तमि सुनबा आस आवरी दकबा आस, ऐ सबु जाई करी यहुना के सांगा, 5 की काना दकबा आत आवरी खोड़ेया हिंडबा बुलबा आत, कोड़ी सुधकराजाऊआत आवरी भयरा सुनबा आत, मोरलाटा के जिहायला, आवरी कंगाल के सुसमाचार सुनाया जायसी आचे| 6 आवरी धन्य आय हाय, जोन मोर लागी ठोकर ना खाय | 7 जड़दाय ऐ हाय थानले गला, तेबे यीशु यहुनार हीसाब ने कोलमन के सागला, तोमी जार ने काय दके जाई रलास ? काय लहरार हलबार सरकंडे के ? 8 तो तोमी पाचे काय दके जाई रहास? काय कोमल पटइ पिन्दला माने के ? दका जोन कोमल पटइ पिंदु आत, हाय राज भवन मन ने रउ आत | 9 तो काय काजे जाई रहास ? काय कोनी भवीसवक्ता के दके ? हा, मुय तोमके बलबी आची की भवीसवक्ता ले बले बड़े के | 10 ऐ हाई आय जाहार हीसाब ने लिकला आचे: दक मोर दूतमन के तोर चोमे पटायबी आचे, जोन तोर चोमे तोर बाट के तियार करबाय | 11 मुय तोमके सते बलबी आची की जोन बायले ले जलम ला आत, हाय मन ले यहुना बपतीसमा देबा लोक ले कोनी बड़े ना होयबाय: मातर जोन सरगर बाट ने जोन छोटे ले छोटे हाय हाय हातार ले बड़े आय| 12 यहुना बपतीसमा देबा लोकर दिन ले एबेतक सरगर राज ने सकत संगे ओल सी आचे, आवरी सकत बीता हाके जिकु आत | 13 यहुना लगले सबु भबीसवकता आवरी बेवसता भबीसवाणी करते रएत | 14 आवरी भायले माना की एलिया जोन आयबा बिता रऐ हाय आय| 15 जाहर सुनबा कान आचे, हाय सूना| 16 मुय हाय समयर लोक के कहार सगे कटारु आय ? ऐ हाय पिला टोकी असन आय, जोन हाट मन ने बसला लोक एक दुसर के हाग देइ करी बलु आत 17 हामी तो तोमर काजे बाउसी बजायलु, आवरी तोमी ना नाजलास : हामर बीलकलू कांदलू ,आवरी तोमी छाती ना पेट लास | 18 कसन की यहुना ना खायते आयला आवरी ना पीयते, आवरी हायमन बलु आत, ताके दुष्ट आत्मा आचे | 19 मुनुकर बेटा खायते पीयते आयला आवरी हायमन बलू आत दका पेटू आवरी मंदा मनुक महसूल दरबा आवरी पापीर मीत | मातर ज्ञान आपना काम ले सत सोंगाय देला आचे | 20 तेबे हाय नगरमन ने उहाना देयते रला, जोनती हाय कुबे असन सामरतर काम करी रये, कसन की हायमन तिकर मन के ना बाहाड़ाय रलाय | 21 हाय खुराजीन!, बैतसेदा! जोन शक्तिर काम तमर ले करू आस,हांय मन सुर आवरी सैदा ने करू आत, तो टाट होड़ी करी, आवरी लाकड़ी ने बसी करी कबे ले मन बहाड़ाय रलाय | 22 मातर मैं तोमर ले बोलबी आची की नियायर दिन ने तोमर ददशा ले उर आवरी सैदार दशा अधिक होयबार होयसी | 23 ये कफरनहुम,काय तुई सरग तक अच्छा होयबिस?तुई तो सरग लोक तले जिबिस| जोन शक्तिर काम तोर ले करायला आचे अगर सदोम ने करलाय, तो आंय आजी ले बनी रता 24 मातर मैं तोमके बोलबी आची की निहायर दिन ने तोर दशा ले सदोमर दशा अधिक सहेबार होयसी | 25 हांय समय ने यीशु बोलला, हे बाबा सरग आवरीर धरतनिर परभू,मैं करू आंय की तुई हे गोत मन के ज्ञानि आवरी समजदार लुकाय रहिस | 26 हां, हे बाबा, कसन की तोके ये अच्छा लागला | 27 मर बाबा मके सबू कुछ सपला आचे; आवरी कोनी बेटा ने ना जाने,मात्र बेटा;आवरी हांय जोन ने बेटा परकट करबार चाहयला, 28 हे सबू मेहनत करबा लोक आवरी बोज ले चेपाय ला लोक,मर लगे आसा,मैं तोमके आराम देबी | 29 मर जुआ अपनार उपरे उटाहा, आवरी मर ले सिका; कसन की मैं सीदा आवरी सादा मनर आंय; आवरी तोमि अपनार मन ले आराम पायबास | 30 कसन की मैं जुआ सहज आवरी मर बोज हलका आय |''