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तेबे आत्मा यीशु के कमन नेला कसन की शैतान ले तार परीक्षा हओ| 2 हांय चालिस दीन,आउर चालिस राती, ना खाई रये, तेबे ताके भूक लागला | 3 तेबे परखबा बिता लगे आसी करी ताके बलला,सते तुय मानेर बेटा आस आले,तो बलि देस ए पकना मन रोटी होई जाओ | 4 यीशु बलला; लिखला आचे, मुनूक केवल रोटी ची ने नाई, मातर सबू हर गोटक बचन ले जोन महापरभुर मुह ले निकरू आय, जीव रहुआय | 5 तेबे शैतान ताके पवित्र नगर ने नेला आवरी मन्दिरर उपरे ठिया उठायला , 6 आवरी ताके बलला, सते तुय महापरभुर बेटा आस आले,अपना के तले घसराय देस; कसन बलले लिकला आचे: की हांय तोर बारे ने अपनार सरगदुत के सांगसी, आवरी हाय मन तोके हाथे हाथ उठायबाय ; केबे असन ना होओं की तोर गोड़ मनके पकना ले उठाय बाय; | 7 यीशु हांके बलला, ऐ बले लिकला आचे; तुय परभू अपनार महापरभुर परीक्षा ना कर | 8 आवरी सैतान ताके गोटक कुबे बड़े डोंगरी ने नेला आवरी जगतर राजर आवरी हां तार वैभव दकाय करी; 9 ; हांके बलला, आवरी तुय घसरी करी मके पांय पडबिस, तेबे मुंय सबु के तोके देई देबी | 10 तेबे यीशु ताके बलला, हे सैतान दूर ने जा , कसन बलले लिखला आचे; तुय परभु आपनार महा परभू के पांय पड़, आवरी हातारी ची उपवास कर | 11 तेबे सैतान हातार लगले जायते गला, आवरी दका, सरगर दूत आसी करी हातार सेवा करके मुरायलाय| 12 जड़ दाय हाँय ये सुनला की यूहना के बंदी बनायला आत, तेबे हांय गलील ने गला | 13 आवरी हांय नासरत के छाडी करी कफर नहूम ने, जोन समुंद रेटे जबुलुन आवरी नप्तालीर देश ने आचे, जाई करी रयते रये; 14 जसन की यशायाह बविस्बता बाटले बली रये, आंय पूरा होओं; 15 जबलुन आवरी नप्तालीर देश,संमुद बाटले यरदनर आंय पाट, बी जाती मनर गलील 16 जोन लोक अन्दारे बसी रयेत,हांय मन बड़े उजर के दकलाय; आवरी जोन मोर बार देश आवरी छांये बसी रयेत,तिकर उपरे उजर चमक ला | 17 हाई समया ले यीशु परचार करबार आवरी हे सान्गाके मुरायला,मन के बाहा डाहा कसन बलले सरगर राज लगे आसला आचे | 18 गलीलर समुंद रेटे बुलबा दाय हांय दूय भाई मन जोन की सिमोन के जोन पतरस बलाऊ आय,आवरी हातार भाई अन्द्रियास के समुंद ने जाल पकाय बा टाके दकला; कसन बलले हांय मन माच दरू मन रयेत | 19 यीशु तिके बलला, मोर पिटी हिंडी आसा, तेबे मुय तोमके मुनुक मन के दरबा बिता बनायबी| 20 हांय मन तुरते जाल मन के चाड़ी करी तार पिटी बाटे होयलाय | 21 हांतिले आगे बड़ी करी, यीशु आवरी दूय भाई मन जोन की जबदीर बेटा याकूब आवरी हातार भाई यूहना के दकला | हां मन अपनार बुआ जबदी संगे डोंगा ताने आपनर जाल के बनायते रयेत हांय तिके बले आग देला | 22 हांय मन तुरते डोंगा आवरी आपनार बुआ के छाड़ी करी हातार पिटी बाटे होयलाय | 23 यीशु सबू गलील ने बुली बुली करी तिकर मंडली घर मन ने उपदेस करते, आवरी राजर अच्छा गोट के सांगते रये आवरी लोक मनर सबू परकारर बीमार आवरी ताकत नोयला लोक के निकरायते रयेत | 24 आवरी सबू सीरिया देश ने तार गोट बात पयली गला; आवरी लोक सबू बीमार के, जोन नाना प्रकारर बिमारी मन आवरी दुःख ने पड़ी रयेत,आवरी जाहार बितरे सैतानर आत्मा रये आवरी बापूर आवरी लकवा मारला रोगी मन के, हातार लगे आनलाय आवरी हांय तिके छाड़ाय ला | 25 गलील आवरी दिकापुलिस, यरुशलेम,, यहूदिया आवरी यरदन नदीर हांय बाट ले कूड़ा कूड़ा हातार पिटी होयलाय |