ईसू ला पीलातूस कर आगु में लानथें
27
1 जब बिहान होईस त मुख आजक मन अऊ मईनसे मन कर अगुवा मन ईसू ला माएर दारे कर उपाए करीन। 2 ओमन ईसू ला बांधीन अऊ ओके ले जाए के राएजपाल पीलातूस कर हांथ में सोंप देहीन।
एहूदा इसकरोती हर फांसी लगाये लेथे
(खास चेला मन कर काम 1:18-19)
3 ईसू कर संगे धोखा देवईया एहूदा हर, जब देखीस कि ईसू ला दोसी ठहराल गईस हवे, त ओहर पछताईस अऊ ओहर मुख आजक मन अऊ अगुवा मन ला चांदी कर तीस सीका ला फिराए देहीस, 4 अऊ कहीस, “मंए पाप करे हवों, काबरकि एगोट निरदोस मईनसे ला मारे बर ओकर संगे धोखा करे हवों।” बकिन ओमन कहिन, “हमके का? एला तंहीं जान।” 5 तेकर एहूदा हर ओ चांदी कर सीका ला मंदिर में फेंक के चएल देहीस, अऊ जाए के फांसी लगाए लेहीस।
6 मूख आजक मन ओ सीका ला उठाईन अऊ कहीन, “ए पईसा ला खजाना में राखे बर ठीक नईए, काबरकि एहर लहू कर दाम लागे।” 7 एकरे ले ओमन ओ पईसा ले कुंमहार कर खेत ला बेसाए कर, फईसला करीन, तेमेकि ओ जघा हर परदेसी मन ला गाड़े बर काम आए। 8 एकर चलते ओ खेत ला आएज ले, लहू कर खेत कहल जाथे। 9 एही कस यिर्मयाह अगमजानी कर दुवारा कहल बचन हर पूरा होईस, “ओमन ओ चांदी कर तीस सीका मन ला ले लेहींन, जेला इसरायली मईनसे मन ओकर दाम ठहराए रहीन, 10 अऊ ओमन ओ पईसा ले कुम्हार कर खेत ला बेसाए लेहीन, जेकस परभू मोके अगींया देहे रहीस।”
पीलातूस हर ईसू ठन सवाल पूछथे
11 जब ईसू हर राएजपाल कर आगु में ठड़होए रहीस, त राएज पाल हर ओकर जग पूछीस, “का तंए ए एहूदी मन कर राजा लागस?” ईसू हर ओके ला जबाब देहीस, “हवो, जेकस तंए कहत हस।” 12 जब मुख आजक मन अऊ अगुवा मन ईसू कर उपरे दोस लगात रहीन, त ओहर कांहीं जबाब नई देहीस। 13 तब पीलातूस हर ईसू ला कहीस, “का तंए नई सुनत हस, कि ओमन तोर उपरे कईसना दोस लगात हवें। 14 बकिन ईसू हर पीलातूस ला ओकर आरोप कर कोनो जबाब देहीस, एकरे ले राएज पाल हर ढेरेच अचरज होईस।
पीलातूस हर ईसू के मीरतू डंड कर हुकूम देथे
15 राएज पाल कर ए रीती रहीस, कि फसह कर तिहार कर घरी में, ओहर एक झन कएदी ला जेला मईनसे मन चाहत रहीन, ओला छोंएड़ देहत रहीस। 16 ओ समय में बरअबा नांव कर एगोट नामी डांकू जेहल में रहीस। 17 जब भीड़ हर जूटे रहीस, त राएजपाल पीलातूस हर भीड़ कर मईनसे मन जग पूछीस, “तुमन काके ला चाहत हा कि मंए ओके तुमन बर छोंएड़ देवों, बरअबा ला आखिर ईसू ला जेहर मसीह कहल जाथे।” 18 काबरकि पीलातूस हर जानत रहीस, कि ओमन जलन कर चलते ईसू ला धरुवाईन हवें। 19 जब पीलातूस हर नियाओ आसन में बईठे रहीस, त ओकर घरगोंसाईन हर ओकर जग ए खभेर भेजीस, “ओ बेकसूर मईनसे कर संगे कांही झईन करबे, काबरकि आएज मंए सपना में ओकर चलते ढेरेच दुख उठाए हवों।
20 मुख आजक मन अऊ अगुवा मन भीड़ कर मईनसे मन ला भड़काईन, कि ओमन पीलातूस जग ले बरब्बा ला छोंडें कर अऊ ईसू ला माएर दारे कर मांग करें। 21 त राएजपाल हर ओमन ला फेर पूछीस, “ए दुनो मन ले तुमन काके ला चाहथा, कि तुमन बर छोंएड़ देवों?” त ओमन कहींन बरअबा ला। 22 त पीलातूस हर ओमन ला पूछीस, “तब मंए ईसू कर का करों, जेके ला मसीह कहल जाथे, ओमन सब झन जबाब देहीन एके कुरूस ऊपर चघाल जाए।” 23 पीलातूस हर पूछीस, “काबर? ओहर का गलती करीसे?” फेर ओमन अऊ किरलाए के कहींन, “एके ला कुरूस में चघावा।”
24 जब पीलातूस हर देखीस कि ओकर ठे कांहीं नई होए सकथे, बकिन अऊ जोर से हल्ला होवथे त ओहर पानी लेहीस, अऊ भीड़ कर आगु में अपन हांथ ला धोए के कहीस, “मंए ए बेकसूर मईनसे कर मीरतू कर दोसी ना हवों, एकर जिमेदार तुमन खुद हवा।” 25 सबेच मईनसे मन जबाब देहीन, “एकर मिरतू कर दोस हमर अऊ हमर लईका छउवा उपरे होही।” 26 तब पीलातूस हर ओमन बरीक बरअब्बा ला छोंएड़ देहीस अऊ ईसू ला कोड़ा मरवाईस, अऊ ओके कुरूस उपरे चघाए बर मईनसे मन कर हांथ में सोंएप देहीस।
सिपाही मन ईसू कर मजाक ऊड़ाथें
27 तब राएज पाल कर सिपाही मन ईसू ला राएज पाल कर महल में ले गईंन अऊ सिपाही मन कर पूरा दल ओकर एक भांवेर जुटीन। 28 त ओमन ईसू कर ओढ़ना ला उतारीन अऊ ओके लाल रंग कर ओढ़ना पहिराईन। 29 अऊ कंटा कर एगोट मुकुट बनाए के ओकर मूड़ी उपरे खपकाईन। अऊ ओकर जवनी हांथ में एक ठे लाठी धराए देहीन अऊ ओकर आगु में गोड़े गीरिन अऊ ए कहिके ओकर मजाक उड़ाईन, “ए एहूदी मन कर राजा तोके जोहार।” 30 ओमन ओकर उपरे थूंकीन अऊ लाठी में ओकर मूड़ी ला मारे लागीन। 31 ईसू कर हंसी उड़ाए कर पाछू ओमन ओकर ओ ओढ़ना ला उताएर लेहीन अऊ ओके ओकर खुद कर ओढ़ना ला पहीनाए देहीन तेकर ओमन ओके कुरूस में चघाए बर ले गईन।
ईसू ला कुरूस ऊपर चढ़ाथें
32 जब ओमन सहर ले बहरी निकलत रहीन, त ओमन ला कुरेनी गांव कर समोन नांव कर एक झन मईनसे मिलीस। ओमन ओके ला जबरजसती कुरूस ला डोहाईन। 33 तब ओमन गुलगुता नांव कर एगोट जघा में आईन, (जेकर मतलब हवे खोपड़ी कर जघा) 34 उहां ओमन ईसू ला अंगूर कर रस में करू रस मेराए के पीए बर देहीन। ईसू हर ओला चिखीस बकिन ओला पीए बर नई चाहीस। 35 जब ओमन ईसू ला कुरूस उपरे चघाए देहीन, तेकर ओकर ओढ़ना ला बांटे बर चिट्ठी डालीन अऊ ओकर अनुसार ओढ़ना ला बांएट लेहीन। 36 तब ओमन उहां बईठ के ओकर पहरा देहे लागीन। 37 अऊ ओकर मूड़ी ऊपर ओकर दोस पतर लिख के टाएंग देहीन, जेमे ए लिखे रहीन, “एहर एहूदी मन कर राजा ईसू लागे। 38 ईसू कर संगे दुई झे डांकू मन ला कुरूस में चघाल गए रहीन एक झन हर ओकर जवनी कती अऊ दूसर झन हर ओकर डेरी कती। 39 उहां कर अवईया जवईया मन अपन मूड़ी ला हीलाए-हीलाए के ईसू कर निंदा करत रहीन। 40 ओमन कहत रहीन, “अरे मंदिर ला गिराए के ओला तीन दिन में बनोईया, तंए अपन आप ला बचाए ले, अगर तंए परमेसवर कर बेटा लागस, त कुरूस ऊपर ले उतेर आ।” 41 अईसनेच मुख आजक मन अऊ कानहूंन कर सिखोईया मन अऊ अगूवा मन ए कहि के ओकर मजाक उड़ात रहीन। 42 “एहर आने झे मन ला बचाईस, त फेर एहर अपने आप ला नई बचाए सके। एहर तो इसरायल कर राजा लागे। अझेर एहर कुरूस उपर ले उतेर के आए जाए, तब हमरे एकर उपर बिसवास करबो। 43 एहर परमेसवर कर उपरे बिसवास करथे, अगर परमेसवर हर चाहथे, त एला बचाए ले काबरकि एहर कहे रहीस, मंए परमेसवर कर बेटा लागों।” 44 अईसनेच ओ डांकूवोच मन जेमन ओकर संगे कुरूस में चघाए गए रहीन, ओकर निंदा करीन।
ईसू कर मिरतु
45 ओ घरी मझेनी कर जुआर करीबन बारह बजे ले लेके, तीन बजे तक सबेच धरती कर ऊपर अंधार छाए रहीस। 46 करीब तीन बजे ईसू हर जोर से किरलाए के कहीस, “एली, एली, लमा सबकतनी। जेकर मतलब होथे, ए मोर परमेसवर, ए मोर परमेसवर, तंए मोके काबर छोंएड़ देहे?” 47 जेमन ओजग ठड़होए रहीन, ओमे ले तनीक झेमन एला सुईन के कहीन, “एहर एलीयाह ला बलावत हवे।”
48 फेर ओमन में ले एक झन हर कुदत एगोट रुवा ला ससता अंगूर कर रस में बोएथ के अऊ एगोट झिटका में लपेट के ओके ला पीए बर देहीस। 49 बकीन दूसर झेमन कहीन, “ओला रहे दे, आवा हमरे देखी, एलीयाह हर एके बचाए बर आथे कि नहीं।” 50 तेकर ईसू हर रोसे कीरलाए के अपन परान ला छोड देहीस। 51 अऊ ओहीच घनी मंदिर कर परदा हर ऊपर ले खालहे तक चिराए के दुई टुटका होए गईस। धरती हर कांएप देहीस अऊ चटाएन हर चटेक गईस। 52 मठ मन उघेर गईन, अऊ ढेरेच पबितर मईनसे मन कर मरल देंह मन जी उठीन। 53 ओमन मठ में ले बहरी निकलीन अऊ ईसू कर जी उठे कर पाछू, ओमन पबितर सहर में गईन अऊ ढेरेच झेमन ला दिखीन। 54 जब सुबेदार अऊ ओकर संगी जेमन ईसू कर पहरा देहत रहीन, भुईंडोल अऊ सब घटना ला देखींन, त ढेरेच डराए गईंन अऊ ओमन कहीन, “सहीच में एहर परमेसवर कर बेटा रहीस।”
55 उहां ढेरेच सवांगीनोच मन रहीन, जेमन दुरीहां ले देखत रहीन, ओमन ईसू कर सेवा करे बर गलील परदेस ले ओकर संगे संगे आए रहीन। 56 ओमन में ले मरियम मगदलीनी, याकूब अऊ यूसुफ कर दाई मरियम, अऊ जबदी कर बेटा मन कर दाई रहीन।
ईसू कर गाड़े जवई
57 जब सांझ होईस, त अरमतियाह सहर ले एक धनी मईनसे हर आईस, ओकर नांव यूसुफ रहीस, अऊ ओहर खुद ईसू कर चेला रहीस। 58 ओहर पीलातूस ठन जाए के ईसू कर लास ला मांगीस, त पीलातूस हर ईसू कर लास ला ओके देहे कर हुकुम देहीस। 59 यूसुफ हर लास ला लेहीस अऊ एक ठन नांवा चदर में लपेटिस, 60 अऊ ओला अपन खुद कर नांवा मठ में राएख देहिस, जेला ओहर चटाएन ला काएट के बनवाए रहीस, तब ओहर एक ठन बड़खा पखना ला मरगट कर दुरा में टेकाए देहीस, तेकर ओजग ले चएल देहीस। 61 मरियम मगदलीनी अऊ दूसर मरियम ओजग मरगट कर आगु में बईठे रहीन।
ईसू कर मरगट में पहरा
62 ओकर दूसर दिन, जेहर तियारी कर दिन कर पाछू एक दिन रहीस, मुखयाजक मन अऊ फरीसी मन पीलातूस जग गईन। 63 अऊ कहीन, “ए महाराज हमके ला सुरता हवे कि, ओ धोखा देवईया हर जीयत रहीस, त कहे रहीस कि तीन दिन कर पाछू मंए जी उठ हूं।” 64 एकर ले हुकुम दे कि तीसरा दिन तक ओ कबर कर पहरा करल जाए। अईसना झईन होए कि ओकर चेला मन आयें, अऊ ओकर लास ला चोराए के ले जाएं, अऊ मईनसे मन ला कहें कि ओहर मरल में ले जी उठीस हवे। तब ए आखरी धोखा हर आगु कर धोखा ले अऊ खराब होही। 65 त पीलातूस हर ओमन ला कहीस, “तुमन पहरादार मन ला ले जाए सकत हा। जावा अऊ जेकस तुमन पहरा कएर सकथा ओइसने करा। 66 तब ओमन गईन अऊ मठ कर पखना ऊपरे मोहर लगाईन अऊ पहरादार मन ला बईठाए ओमन मरगट कर पहरा करीन।