युहना बतीसमा देवईया कर मिरतु
14
1 ओ घनी में राजा हेरोदेस हर ईसू कर बारे में सुनीस, 2 अऊ ओहर अपन सेवक मन ला कहीस, “एहर बतीसमा देवईया लागे ओहर मरल में ले जी ऊठिसे, एकर चलते ओ ए अचरज कर काम कएर सकथे।”
3 हेरोदेस हर अपन भाई फिलिपपुस कर परानी हेरोदियास कर चलते, एहूना ला धरवाए के बंदी बनाए रहीस, अऊ ओके जेहल में हुरकूवाए देहे रहीस। 4 काबरकि एहूना हर हेरोदेस ला कईयो दाएर कहे रहीस, अपन भाई कर परानी ला रखई तोर बर कानहूंन कर अनुसार ठीक नईए। 5 तेकर ले हेरोदेस हर एहूना ला माएर दारे बर चाहत रहीस, बकिन ओहर मईनसे मन ला डरात रहीस, काबरकि मईनसे मन एहूना ला एगोट अगमजानी मानत रहीन।
6 तेकर, जब हेरोदेस कर जनम दिन आईस, त हेरोदियास कर बेटी हर, पहुना मन कर आगु में नाचिस अऊ हेरोदेस ला खुस कएर देहीस। 7 तब हेरोदेस हर किरीया खाए के ए जबान देहीस, “जे जाएत तंए मांगबे मंए तोके देहूं।” 8 त ओहर अपन दाई कर फुसलाए में आएके कहीस, “एहूना बतीसमा देवईया कर मूड़ी ला एगोट छिपा में इहां मोर जग मंगवाए दे।” 9 एला सुईन के राजा हर ढेरे दुखी होईस, बकिन अपन किरीया ला जेला अपन पहुना मन कर आगू में खाए रहीस ओकरे चलते ओहर हुकुम देहीस कि एला एहूना कर मूड़ी ला दे देआ। 10 ओहर सिपाही मन ला जेहल में भेज के एहूना कर मूड़ी ला पूजवाए देहीस।
11 ओमन मूड़ी ला एगोट छिपा में लानीन अऊ ओ नोनी के दे देहीन अऊ ओहर ओ मूड़ी ला अपन दाई ठन ले गईस। 12 तेकर एहूना कर चेला मन आईन अऊ ओकर लास ला ले जाए के माटी दे देहीन, तेकर ओमन जाए के ईसू ला ए खभेर ला सुनाईन।
ईसू हर पांच हजार सवाग मन ला खाना खवाथे
13 जब ईसू हर ए खभेर ला सुनिस, त डोंगा में चएढ़के, ओहर एके झन उहां ले एगोट सुनसान जघा में चएल देहिस। जब मईनसे मन ला ए बात कर पता चलीस, त ओमन सहर मन ले निकेल के रेंगतेच ओकर पाछू में होए लेहीन। 14 जब ईसू हर डोंगा ले उतरीस, त ओजग एगोट बड़खा भीड़ ला देखीस, त ईसू हर ओमन कर उपरे सोगे होईस अऊ ओमन कर मझार मे जेमन बेमरीहा रहीन ओमन ला चंगा करीस।
15 जब सांझ होए लागीस, त चेला मन ओकर लिघे आएके कहिन, “एहर एगोट सुनसान जघा हवे, अऊ ढेरेच अबेर होवथे, तंए मईनसे मन ला भेज दे। तेमेकि ओमन गांव मन में जाए के अपन बर भोजन खरीद सकें।” 16 ईसू हर ओमन ला कहीस, “एमन ला जाए कर जरूरत नईए तंहू एमन ला कांही खाए बर देआ।”
17 ओमन ईसू ला कहिन, “इहां हमर जग बस पांच गोट रोटी अऊ दुगोट मछरी हवे।” 18 ईसू हर ओमन ला कहीस, “ओमन ला इहां मोर जग लाना।” 19 तब ईसू हर मईनसे मन ला घांस में बईठे बर कहीस, ओ पांच ठे रोटी अऊ दुई ठे मछरी ला लेहीस; अऊ सरग कती ला देख के ओहर परमेसवर कर धनबाद करीस, अऊ रोटी मन ला टोएर-टोएर के चेला मन ला देहीस अऊ चेला मन मईनसे मन ला देहीन। 20 ओ सब झे मन खाए के अघाए गईन, त चेला मन बांचल खोंचल टुटका ला भएर के बारह टुकनी उठाईन। 21 अऊ जेमन खाईन, ओमे सवांघिन अऊ लईका मन ला छोंएड़ के करीबन पांच हजार सवांग मन रहीन।
ईसू पानी कर ऊपरे रेंगथे
22 एकर पाछू ईसू हर तुरतेंच अपन चेला मन ला डोंगा में चघाईस, कि ओमन ओकर ले आगु दह कर ओ पार जाएं, अऊ ओहर मईनसे मन ला बिदा करीस। 23 त मईनसे मन ला बिदा करे कर पाछू, ईसू हर एके झन पराथना करे बर पहार ऊपरे गईस, अऊ सांझ होईस त ओहर उहां एके झन रहीस। 24 ओ घनी डोंगा हर भुईंया ले ढेरेच दुरिहां में रहीस, अऊ पानी कर लहरा में डगमगात रहीस, काबरकि हवा हर ओकर उलटा चलत रहीस। 25 भिनसरहा तीन बजे अऊ छव बजे कर बीच में ईसू हर, दह कर उपरे रेंगत चेला मन जग आईस। 26 जब चेला मन ईसू ला दह में रेंगत देखीन, त ओमन डराए गईन अऊ कहिन, “एहर भूत लागे।” अऊ ओमन डर कर मारे किरलाए लागीन। 27 तेकर ईसू हर तुरतेंच ओमन ठे गोठियाईस, “हिमेत धरा मंए लागों, झईन डरावा।” 28 पतरस हर ओके जबाब देहिस, “ए परभू अगर तंए लागस, त मोके पानी कर ऊपरे तोर ठे आए कर हुकुम दे।” 29 ईसू हर कहीस, “आ!” तेकर पतरस हर डोंगा ले उतरीस अऊ पानी में रेंगत ईसू कती जाए लागीस। 30 बकिन जब ओहर गररा ला देखीस, त ओहर डराए गईस अऊ पानी में बुड़े लागीस, त किरलाए के कहीस, “ए परभू मोके बचा।” 31 ईसू हर तुरतेंच अपन हांथ ला लमाए के ओके धएर लेहिस अऊ कहीस, “ए थोरहें बिसवास करोइया, तंए संका काबर करे?” 32 जब ओ दुनों झे डोंगा में चएघ गईन, त गररा हर थएम गईस। 33 तब जेमन डोंगा में रहीन ओमन ईसू कर गोड़े गिर के कहीन, “सहीच में तंए, परमेसवर कर बेटा लागस।”
गनेसरत इलाका में रोगी मन ला चंगा करथे
34 ओमन बड़खा दह कर ओ पार गईन अऊ गनेसरत इलाका में पहुंचीन। 35 उहां कर मईनसे मन, ईसू के चिन दारीन अऊ ओमन आस पास कर सबेच गांव में खभेर भेजवाए देहीन, तेकर मईनसे मन सबेच बेमरिहा मन ला ईसू ठे लानीन। 36 अऊ ओकर ठे बिनती करीन कि, “ए बेमरीहा मन ला तोर ओढ़ना कर अंचरोच ला सीरिप छुए दे।” अऊ जेतना झेमन ओके छूईन ओ सबेच झेमन चंगा होए गईन।