यूहन्ने
लिखो टेकी चिट्ठि
तुसी शयद कुछ ईं मेह्‍णु काओ भोल, जे हर यक बोक अन्तर अपु फायदा तोपते, होर अपु मन मर्जी करण जे कुछ ना कुछ बहाना किढ़ते। तेन्हि जे कुछ बोलुण बि डर लगता।
मसीहे सतसंग अन्तर बि कुछ मेह्‍णु ईं भुन्ते। पेहली सदी अन्तर जे सतसंग गयुस भाई चलाण लगो थिआ, तेस अन्तर बि यक दुई विश्वासी भाई तिहांणि थिए। से यूहन्ने दोकी चिट्ठि अन्तर लिखो बोकी के बहाना लाई कइ केस जे बि आबिश ना कतेथ, होर जे सुसुर शिचालणे बाड़े थिए, तेन्के विरोध कतेथ। तोउं त यूहन्ना इस चिट्ठि अन्तर गयुस भाई समझान्ता कि सतसंग अन्तर की शिचालण, खास कर कइ तेन्हि भाई जोई की करुण जे सुसुर शिचालणे बाड़ी के विरोध कते।
इस मठड़ी चिट्ठि पढ़ कइ पता करे कि यूहन्ना की शिचालता त जे जाणबूझ कइ अणजाण बणते, तेन्हि जे की बोलुण।
विषय सूची
शुरुवाती बोके (1:1-4)
गयुसे तारीफ (1:5-8)
दियुत्रिफेस त दिमेत्रुस (1:9-12)
अखिरि बोके त नमस्कार (1:13-15)