गलाती इलाके मेह्‍णु
जे प्रतिनिधि पौलुसे चिट्ठि
इस जमाने हें जीवन नियम कानुने बइ भरिए असे, खास कर धरमे करमे बारे। सुआ जेईं ईं असे, जे रोज अलग अलग नियम बणान्ते त असी कीं जीण तस बारे शिचालते। अस नियम मन कइ पुन करण त भगवान खुश करण चहन्ते। पर कपले कपले ईं ख्याल एन्ता कि अउं कि कदी ए सम्हाई नियम मन बटता ना। की अउं परेम जुए त खुशी खुशी सम्हाई रीति रिवाज रख बटता ना? शयद ना। किस कि यक शुचा त ताकतवर परमेश्वर खुश करण जे अस कुछ ना कइ बटते।
ईसवी 49-50 अन्तर बि गलाती इलाके विश्वासी बुच कुछ ईं भो थिउ। तठि सतसंग अन्तर केहि मेह्‍णु गुरु बण कइ तेन्हि विश्वासी नियम मनणे बारे शिचालतेथ, खास कइ यहूदी नियम मनण जे। से बोतेथ कि सद मसीह पुठ विश्वास करण काफी नेईं, तुसी यहूदी धरमे नियम बि मनण जरूरी असे। सतसंगे सुआ विश्वासी तेन्के बोकी अन्तर फस कइ अपु अपु विश्वास मुकाई छड़ा। त सुआ जेईं मसीह अन्तर जे अजादी असी, तस मुकाई कइ दुबारी यहूदी नियमे शंकीड़ी अन्तर बन्हि गे।
तोउं त प्रतिनिधि पौलुस तेन्हि शिचालण जे ई चिट्ठि लिखो असी। से बोता कि अस कीं कइ परमेश्वरे अगर धर्मी बण बटियेल: कम कर कइ ना, तसे किओ कम पुठ विश्वास कर कइ? त से तेन्हि दुबारी मसीह पुठ विश्वास करणे मूल शिक्षा शिचालता।
अगर तुस बि अपफ बि गलाती इलाके मेह्‍णु के ईं समझते त इस चिट्ठि पढ़े त यीशु मसीह अन्तर जे अजादी असी, तसे बारे हउ बि पता करे।
विषय सूची
नमस्कार (1:1-3)
यके खुश खबरी (1:4-10)
पौलुस प्रतिनिधि बणुण (1:11-24)
यीशु चेली केईं पौलुस घेण (2:1-10)
पौलुस पतरसे विरोध करण (2:11-14)
विश्वासे बेलि बचुण (2:15-21)
नियम त मसीह पुठ विश्वास (3:1-29)
मसीह अन्तर परमेश्वरे गभुर बणुण (4:1-7)
गलाती मेह्‍णु जे पौलुसे चिन्ता (4:8-31)
अपु अजादी बचाई रखे (5:1-26)
यकी होरी मदत करे (6:1-10)
अखिरि शिक्षा त नमस्कार (6:11-18)