योहन
लिख्यो सुब-समिचार
लिखवा वाळो: योहन | लिखवा की वजा: ईसु पे बिसास करो | लिखवा को बखत: करीब ८५-९५ ईस्वी सन् |
1
बचन जो काया माय आयो
1 आदी माय बचनa थो, अने बचन परमेसर का गेले थो अने बचनीज परमेसर थो। 2 योज आदी माय परमेसर का गेले थो। 3 सगळो कंई उकासेज बण्यो अने जो कंई बण्यो, उका माय से कंई बी असो हयनी जो उकासे नी बण्यो। 4 उका माय जीवन थो अने उ जीवनीज मनख को उजाळो थो। 5 अने उजाळो इन्दारा माय चळके पण इन्दारा ने उके मान्यो हयनी।
6 b परमेसर आड़ी से मोकल्यो होयो एक मनख आयो जेको नाम योहन थो। 7 उ इकासरु आयो के उना उजाळा को गवा बणे के सगळा उकी वजासे उजाळा माय बिसास करे। 8 योहन खुद तो उ उजाळो नी थो पण इकासरु आयो थो के लोगहुंण के उना उजाळा की गवई दे। 9 उ सांचो उजाळो जो हरेक मनख के ज्ञान-जोत दे जग माय आणे वाळो थो
10 उ जग माय थो अने जग उकी वजासे बण्यो अने जग ने उके पेचाण्यो हयनी। 11 उ अपणा घरे आयो अने उका अपणा लोगहुंण ने उके नी मान्यो। 12 पण जितरा ने उके मान्यो, उने परमेसर का बेटा होवा को हक उणके द्यो, जो उका नाम पे बिसास राखे। 13 वी नी तो लोई से, नी काया की मरजी से, अने नी मनख की मरजी से, पण परमेसर से जन्म्या हे।
14 अने बचन जो किरपा अने सच्चई से भर्यो थो काया धारी हुई ने हमारा अदाड़ माय र्यो अने हमने उकी असी म्हेमा देखी जसी पिता का एखला बेटा की म्हेमा।
15 योहन ने उका बारामें गवई दई अने चिल्लाड़ी-चिल्लाड़ी के बोल्यो यो उज हे जेका बारामें म्हने क्यो थो उ जो म्हारा पाछे आणे वाळो हे म्हार से अगड़े हे क्योंके उ म्हार से पेलां थो
16 क्योंके उकी पुरणता माय से सगळा ने पई याने किरपा पे किरपा। 17 क्योंके नेम-बिधान मूसा से मिळ्यो पण किरपा अने सच्चई तो ईसु मसीह से मिळी। 18 परमेसर के कइंका ने कदी नी देख्यो परमेसर एखलो, जो पिता का खोळा माय हे उनेज उके परगट्यो।
योहन की गवई
(मत्ती ३.१-१२; मरकुस १.१-८; लूका ३.१-१८)
19 योहन की गवई या हे के जदे यहूदिहुंण ने उका कने यरुसलेम नगर से परमेसर का लेवी सेवकहुंण अने पुरोहितहुंण के पुछणे मोकल्या के "तू कुंण हे"
20 तो योहन ने मानी ल्यो के हूं मसीहc हयनी।
योहन ने क्यो, "हूं हयनी।"
उणने क्यो "कंई फेर तू उ नबीe हे?"
उने जुवाब द्यो "हयनी"।
22 जदे उणने उकासे पुछ्यो तो फेर तू हे कुंण, के हम उके कंई जुवाब दां जेने हमारे मोकल्या?
"हूं मांळ माय एक हेला पाड़वा वाळा को हेलो हूं,
'परभु सरु मारग सुदो बणाव!"
24 ई लोगहुंण तो फरीसिहुंण आड़ी से मोकल्या ग्या था। 25 तो उणने उकासे पुछ्यो जदे तू मसीह हयनी, एलियाह हयनी अने उ नबी हयनी फेर तू बपतिसमोg कायसरु दई र्यो हे।
26 योहन ने उणके जुवाब द्यो "हूं तो पाणी से बपतिसमो दूं हे पण तमारा अदाड़ माय एक जणो उब्यो हे जेके तम नी जाणो हो। 27 उ उज मसीह हे जो म्हारा पाछे आणे वाळो हे अने जेकी पन्नी उठाड़वा लायक हूं हयनी।
28 ई बात यरदन का वय्यांड़ी बेतनिय्याह गांम माय हुई जां योहन बपतिसमो देतो थो।
परमेसर को मेमणो
29 दूसरा दन उने ईसु के अपणा आड़ी आता देखी के बोल्यो, "देखो परमेसर को मेमणो, जो जग को सगळो पाप उठई लई जाय हे। 30 यो उज मसीह हे जेका बारामें म्हने क्यो थो के म्हारा पाछे एक जणो अई र्यो हे, जो म्हार से अगड़े हुई ग्यो, क्योंके उ म्हार से पेलां थो। 31 अने हूं - उके नी जाणतो थो पण हूं इकासरु पाणी से बपतिसमो देतो आयो, के उ इसराइल जात पे परगट हुई जाय।
32 अने योहन ने यूं केता होया गवई दई, "म्हने असमान के खुलतो होयो अने आतमा के कबुतर सरीको उतरतो देख्यो हे अने उ ईसु का अदरे अई बेठ्यो। 33 अने हूं तो उके नी जाणतो थो पण जेने म्हारे पाणी से बपतिसमो देणे मोकल्यो उनेज म्हारे क्यो, 'जे पे तू पवित्तर आतमा के उतरतो अने ठेरतो देखे पवित्तर आतमा से बपतिसमो देणे वाळो योज हे'। 34 म्हने देख्यो अने गवई दई हे के योज परमेसर को बेटो हे।"
चेलाहुंण के छांट्यो जाणो
35 पाछो दूसरा दन योहन अपणा चेलाहुंण माय से दो का गेले उबो थो। 36 अने उने ईसु के जातो होयो देखी के बोल्यो, "देखो परमेसर को मेमणो।"
37 जदे दोई चेला योहन की बात सुणी के ईसु का पाछे हुई ग्या। 38 ईसु ने पलटी के उणके अपणा पाछे आता देख्या तो उ बोल्यो, "तम के के ढुंडी र्या?"
वी बोल्या, "हे रब्बी (याने हे गरु) तू कां रे हे?"
39 उ उणकासे बोल्यो, "चल्या चलो तो देखी लोगा।" तो उणने जई के देख्यो के उ कां रई र्यो हे अने उना दन वी उका गेले र्या, क्योंके सांज का करीब चार बजी चुक्या था।
40 [उना दोई माय से जिणने योहन की बात सुणी अने ईसु का पाछे होया था एक तो सिमोन पतरस को भई अन्द्रियास थो।] 41 उने पेलां अपणा सगा भई सिमोन से मिळी के उकासे बोल्यो, "हमारे मसीह याने ख्रीष्ट मिळी ग्यो हे।" 42 अने उ उके ईसु कने ल्यायो।
ईसु ने उका आड़ी देखी ने बोल्यो, "तू योहन को बेटो सिमोन हे। तू केफा याने पतरसh केवायगा।"
फिलिप्पुस अने नतनएल
43 दूसरा दन ईसु ने गलील जावा को मंसूबो कर्यो अने फिलिप्पुस के पई के उकासे बोल्यो, "म्हारा पाछे चल्यो चल।" 44 फिलिप्पुस तो अन्द्रियास अने पतरस का नगर बेतसेदा को थो। 45 फिलिप्पुस ने नतनएल से मिळी के उकासे बोल्यो, "जेका बारामें मूसा अने, नेम अने, नबिहुंण ने बी लिख्यो हे उ हमारे मिळी ग्यो, याने यूसफ को बेटो, नासरत नगर को ईसु।"
46 अने नतनएल ने उकासे क्यो, "अरे! नासरत से बी कइंकी अच्छी चीज निकळी सके?"
फिलिप्पुस उकासे बोल्यो, "अई के देखी ले।"
47 ईसु ने नतनएल के अपणा आड़ी आतो देखी के उका बारामें बोल्यो, "देखो सांची माय एक इसराइली जेका माय कईं को खोट हयनी।"
48 नतनएल उकासे बोल्यो, "तू म्हारे कसे जाणे हे?"
ईसु ने उके जुवाब देतो होयो क्यो, "इका पेलां के फिलिप्पुस ने थारे तेड़्यो, जदे तू अंजीर का झाड़ का निच्चे थो। म्हने थारे देख्यो थो।"
49 नतनएल ने उके जुवाब द्यो, "गरु, तू परमेसर को बेटो हे, तू इसराइल को राजो हे।"
50 ईसु उकासे बोल्यो, "म्हने थार से क्यो के म्हने थारे अंजीर का झाड़ निच्चे देख्यो, कंई तू इकासरु तो बिसास नी करी र्यो हे? तू इणकासे बी बड़ा-बड़ा काम देखेगा।" 51 i उ पाछो बोल्यो, हूं थार से सांची सांची कूं के तम सरग के खुल्यो अने परमेसर का सरगदूतहुंण का गेले हूं मनख का बेटा के निच्चे उतरता अने अदरे चड़ता देखोगा।