अब्राम और लूतक अलग हुण
(उत्‍पत्ति १३:२, ५-१८)
13
2 अब्राम भौत अमीर मैंस छी। वीक पास भौत सुन-चांदि और जानवर छी। 5 अब्रामक भतिज लूत जो वीक दगाड़ छी, वीक पास लै भौत जानवर छी। 6 उं द्विनोंक इतुक जादेक जानवर छी कि उनार जानवरोंक एक दगाड़ चरणक लिजी घा पुर नि पड़छी। 7 यौ कारणल उं द्विनोंक ग्‍वावोंक बीच मिं झगड़ हुंछी। 8 तब अब्रामल लूत धैं कौ, "आपस मिं हमर झगड़ नि हुण चैन, किलैकि हम यक्‍कै छूं। 9 तब लै हमुकैं अलग-अलग तरफ जाण चैं। तुकैं जो जॉग ठिक लागुं, तु उ तरफ जा, और मी वीक दुसर तरफ न्‍हैं जूंल।"
10 सब तरफ चाणक बाद लूतल यरदनक घाटिक तवों जॉग पसंद करी, किलैकि उ प्रभु परमेश्‍वरक बगीचक चारि उपजाउ छी। 11 यौ कारणल उ अलग हबेर वां रुण लागौ। 12 यांक नजिकक नगर सदोमॉक मैंस भौत खराब छी, उं हमेशा प्रभु परमेश्‍वरक खिलाफ पाप करछी।
14 तब लूतक जाणक बाद प्रभु परमेश्‍वरल अब्राम धैं कौ, "पूरब, पश्‍चिम, उत्तर और दक्षिण आपण चारों तरफ चा। 15 यौ सारि जॉग जकैं तु देखणैछै मी तुकैं और त्‍यार वंशजों कैं दिंनू। यौ हमेशाक लिजी तुमर छु। 16 मी त्‍यार वंशजों कैं धरतिक धूलक समान अनगिनत बणूंल। अगर क्‍वे मैंस धरतिक धूलक गिनती करि सको, तब उ त्‍यर वंशजों कैं लै गिण सकल। 17 ऐल उठ, और इथां-उथां सॉर जॉग मिं हिटबेर उकैं देखि ले, किलैकि मी यौ तुकैं दिंनू।"
18 तब अब्रामल आपण तम्‍बू वांबे हटाईं और उ हेब्रोन नगरक नजिक रुण लागौ। और वां अब्रामल प्रभु परमेश्‍वरक अराधना करणक लिजी फिर एक वेदी बणै।