इस्राएला रे इतिहासा वै चेतावनी
10
1 हे भाइयो हांऊं नांई चाहन्दा , कि तमे एसा गला का अनजान रहा की हमारे सवै पूर्वज बादला थंहीं तिही , होर सवै समुन्द्रा रे बीचा में का पार होई । 2 होर सभी बादला में होर समुन्द्रा में मूसा रा बपतिस्मा लउ; 3 होर सभी एक आत्मिक भोजन करू । 4 होर सभी एक आत्मिक पांणी झुटू , किबेकि त्याह तेसा आत्मिक चटाना का झुटा , ज़ोह त्याह संघे- संघे हांडा तिही , होर सह चटान मसीहा तिही । 5 पर दईब त्याह में का बहू लोका का खुश नांई होऊ तिही , तेवा त्याह जंगले खत्म होई । 6 या गला हामा वै उदाहरण होई , की जेह्डा त्याह लालच करू , तेवा हामें बुरी चीजा रा लालच नांई करे । 7 होर नाह तमे मूर्ति पूजणा आल़े बणा , जेड़ा की त्याह में बहू बणी , जेड़ा लिखूदा साहा , की लोका खांदे पींदे बेठे , होर खेलदे लागे । 8 होर नाह हामे व्यभिचार करे , जेड़ा की त्याह लोका में बहु अधिकार करू , होर एकसा धियाड़ी तारेई हज़ार लोका मुये । 9 होर नाह हामे दईबा परखे , जेड़ा की त्याह धियाड़ी बहू लोका दईबा परेखणे री कोशिश करी , होर सभे सरपे संघे नाश होई । 10 होर नाह तमे कुड कुडाये , जेड़े सावे बहू कुडकूड़ाने होर त्याह नश हुणे आल़े संघे नाश हुणे । 11 पर या गला ज़ोह त्याह संघे होई तीही होर त्या हमारी चेतावनी वे जोह जगता रे अनित्म टाइमा वै रहंदा , लिखुदा साहा ज़ोह धरेती रे लास्ट टाईमे वै लिखी दी साहा । 12 तेवा ज़ोह समझा की हांऊं स्थिर साहा , सह ध्यान डाहे कि सह कई पड़े नांई । 13 तमे एड़ी मुसिबता में नांई पड़े ज़ोह मणशा रे सहने का बागे साहा , दईब सचअ साहा , तेउ तमे ज़ोह समर्था का बागे परीक्षा में नांई इणे दींदअ , पर परीक्षा संघे निकास भी करना की तमे सह नाई सके ।मूर्ति पूजा रे वारे में चेतावनी
14 तेवा मेरे भाइयो मूर्ति पूजा का बचा । 15 हांऊं तमा वै बुद्धिमान होई करे बोला ज़ोह हांऊं बोला ,तेता तमे परखा । 16 सह धन्यवाद रअ कटोरअ रअ ज़ासु में हामा धन्यवाद करा ,कैह सह मसीहा रे लोहू री सहभागिता नाईं सह रोटी ज़ासु हामे चोडा सह मसीहा री देह नांईं आंधी । 17 तेवा कि एक रोटी साहा ज़ोह हामे ज़ोह बहू साहा एके देह साहा , किबेकि हामे स्ब्हे तेसी रोटी खांदे । 18 ज़ोह शरीरा में इस्राएली साहा त्याह हेरा , कैहे बलिदान रे खाणे आल़े वेदी रे सहभगी नाईं आंधे । 19 तेवा हांऊं कैह बोला , कैह यह कि मूर्ति रा बलिदान कैह साहा । यह मूर्ति कीछ साहा । 20 नाईं कि ज़ोह होरी जाती ज़ोह बलिदान करे , पर दुष्टात्मा वै बलिदान करा होर नाईं चाहंदे कि तमे दुष्टात्मा रे सहभागी होये । 21 तमे दईबा रे कटोरे होर दुष्टात्मा रे कटोरअ रे दुही मेंज़ा का नाईं झूटी सकदे तमे दईबा री मेज होर दुष्टात्मा री मेजा में दुही में सांझी नाईं होई सकदे । 22 कैहे हामे दईबा वै दोष दिलाई सकदे कैहे हामे तेउ का शक्तिमन साहा ।
सब्हे दईबा री महिमा वै
23 सब्हे चीजा माँह वै ठीक साहा पर सब्हे फायदे री नाईं सब्हे चिजा माँह वै ठीक साहा पर सब्हे चिजा उचित नाईं । 24 कोहे भी आपणी भलाई नाईं सोचे पर दूजे री भलाई लोडे 25 ज़ोह कुछ कसाई रे अखे विकदा तेउ खाये होर बिवेक री बजहा किछे नाईं पूछे । 26 किबेकि धरती होर तेत्की भरपूरी दईबा री साहा । 27 अगर अविश्वसी में तमा कुण शादे होर तमे नाहणा चाहे , तेवा ज़ोह कीछ तमा ज़ेह खाण वै दे तेथी खाये , होर किछे नाईं पूछे । 28 अगर तमा वै कोई यह बोले कि यह मूर्ति वै चड़ाउदा साहा तेवा तेउ खोज्णे आल़े री गल्ला शुणी करे नाईं खाये । 29 मेरा मतलव तेरी दया नाईं पर तेउ दूजे री भलाइ , मेरी स्वतंत्रता दूजे रे विचार का परखे । 30 अगर हांऊं धन्यवाद करी करे सहभागी होए तेवा ज़ासु पेंदे हांऊं धन्यवाद करे तेता का मेरी बदनामी किवै हुंदा । 31 तेवा तमे चाहे खाये चाहे पिये चाहे ज़ोह कुछ करे होर सब्हे सा दईबा री महिमा री तणी करे । 32 तमे नाह यहूदी , नाह यूनानी होर नाह दईबा री कलीसिया वै ठोकरा री बजहा बणे । 33 जेहडा हांऊं कि सबही गल्ला में सबही खुश डाहे , होर आपणा नाईं, पर सबही रे भले चन्ह्दा कि त्याह उध्दार पाये ।