खन्दायेड़ा चेला का काम
4
1 म्हाका बारा मं लोगबाग अस्यान बच्यार करणी चायजे क आपा मसी की सेवा करबाळा छा, अर परमेसर का सबळा भेदा का मुनीम छा। 2 अर अस्यान का दास मुनीम बेई या बात घणी जरूरी छ क वे खुदका मालिक बेई बस्वासहाळो होव्अ। 3 अर म्हारअ बेई तो या मामूली बात छ क थे अर मनखा की कचेरी को कोई बी न्याय करबाळो म्हारो न्याय करअ पण म खुद बी म्हारो न्याय कोन्अ करू। 4 क्युं क म्हारो मन साफ छ। पण इसुं यो साबित कोन्अ होव्अ क म सांच्याई नरदोष छु। पण वो एक'ई परबु छ ज्यो म्हारो न्याय करअ छ। 5 जिसुं एकधम सई बगत आबासुं पेली कसी बी बात को न्याय मत करो। मतलब परबु क आबासुं पेली आखरी न्याय कोन्अ होव्अ, वोई अन्धेरा मं लुखेड़ी बाता न्अ उजाळा मं ल्याव्अलो अर मन का भेद खोल्अलो। उं बगत परमेसर की ओड़ी सुं हरेक की बड़ाई होव्अली।
6 अरअ भायाओ थांकी बजेसुं म ये बाता अपुल्‍लोस अर खुद प खियो छु, जिसुं थे मंसुं यां बाता को मतलब सीख सको अर ज्यो सास्तर मं मण्ढरी छ वान्अ कोन्अ उंगालो। अर थान्अ दूसरा को बिरोध करबा बेई एक को पक्ष लेर घमण्ड सुं कोन्अ फुलणो चायजे। 7 थान्अ दूसरा सुं ऊंचो कुण बणायो छ? थां कन्अ ज्योबी छ परमेसर वो थान्अ कोन्अ दियो कांई? तो फेर थे यो घमण्ड क्युं करो छो जाण्अ थे कोई सुं कांई बी कोन्अ लिया?
8 ज्योबी थान्अ चायजे वो थां कन्अ पेल्या सुंई छो कांई? थे पेलीसुंई पिसाळा छा कांई? म्हारअ बनाई थे राजा बणग्या कांई? कतरो चोखो होतो क थे राजा बणजाता, जिसुं म्हे बी थांकी लार राज करता। 9 क्युं क मन्अ अस्यान लाग्अ छ क परमेसर म्हा थरपेड़ा चेला न्अ सबळा सुं आखरी मं रखाण्यो छ, ज्यांन्अ मारबा की आज्ञा मल चुकी होव्अ, क्युं क आपा संसार का सबळा मनखा बेई अर सरगदूता बेई तमासो बणग्या। 10 म्हे मसी बेई बेबुद्धि छा पण थे मसी मं घणा ज्ञानी छो! म्हे तो कमजोर छा पण थे तो तागतहाळा छो। म्हाकी तो कोई इज्जत कोन्अ पण थे तो इज्जताळा छो। 11 में हालताणी भूखा-तसाया छा अर मे उघाड़ा छा, म्हाकी लार माराकुटी करी जाव्अ छ। अर में बेघर छा। 12 aम्हे मेनत मजुरी करर कमावा खावां छा। अर ज्यो कोई म्हान्अ सराप देव्अ छ में वान्अ आसीर्वाद देवा छा। लोगबाग म्हान्अ सताव्अ छ अर म्हे बरदास करां छा। 13 जद्‍या म्हारी बेजती करी जाव्अ छ तो म्हे परेम सुं जुवाब देवा छा। म्हे ई दनीया का कजोड़ा सुं साउटा कोन्अ समझ्या जांवा अर सबळी चीजा की खुरचण की जस्यान छा।
14 म थांकी बेजती करबा बेई ये बाता कोन्अ माण्ढ्यो। पण म थान्अ म्हारा प्यारा छोरा जाणर समझाऊ छु। 15 क्युं क मसी जीवन मं थान्अ समाळबाळा दस हजार होव्अ फेरबी थांक्अ बाप तो एक'ई छ। क्युं क ईसु मसी का चोखा समचार सुं म थारो बाप होयो। 16 bजिसुं म थासुं अरदास करू छु क थे म्हारी जस्यानकी चाल चालो। 17 अर ई बजे सुंई म तीमुथियुस न्अ थां कन्अ खन्दायो छु। ज्यो परबु मं म्हारो लाड़लो अर बस्वासहाळो छोरो छ। म मसी मं ज्यां बाता प्अ चाल्अ छो वो थान्अ वांकी अर ज्यो सक्ष्या म बस्वास्या की टोळ्यां मं अर सबळी ठोर मं दियो छो उंकी याद दुवाव्अलो। 18 अर थाम्अ तो घणा मनख अस्यान बच्यार करर्या छ क म थां कन्अ कद्‍या आउई कोन्अ 19 पण ज्यो परबु चायो तो म पक्‍कोई थां कन्अ आंउलो अर ज्यो फूलर्या छ वांकी तागत को तोल पटक ल्युलो क वे खेव्अ जस्यानई छ, क कोन्अ। 20 क्युं क परबु को राज बाता सुं कोन्अ पण परमेसर की सक्‍ती सुं छ। 21 थे कांई चावो छो? म लकड़ी लेर थार कन्अ आंउ या फेर परेम अर दीया की आत्मा सुं भरर थार कन्अ आंउ।