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भाई भाई र मया बनी रओ द्य 2 आयला सगा लोक र . मान मान समान करबार ना भुलकाए कसन की एतार लागी कतक लोक मन ना जानी करी सरग दूत मन र आदर समान करा गला द्य’ 3 बंदी मन र असन हाल के जाना की माना तिकर संगे तमी बले बंदी आचासए आवरी जाहार संगे गलत करा जाऊ आयए तिकर बले ये समझी करी हाल जाना की हामर बले गागर आय द्य 4 बिआ सबू ने आदर र गोट समझा जाओंए आवरी बिआ . ओचना बिना दाग र रओंए कसन की माहा परभु बेबिचार करू मन केए आवरी दुसरा बायले के गमन करू मनर निआय करसी द्य 5 तोमर चाल बिना लालच र होओंए आवरी जोन तमर लगे आचे हाई थाने ची हरिक ने राहा य कसन की हांय खूद ची बलला आचेए ष्मय तोके केबी ना छाड़ीए आवरी ना केबी तोके तिआगबी द्यष्’ 6 हाई काचे हामी ना डरी करी बलु आवंए ष्परभु मोर साहयता करू आयए मय ना डरी य मुनूक मोर काय करके सके द्यष्’ 7 जोन तमर अगुआ मन रयेतए आवरी जोन मन तोमके माहा परभु र बचन सुनायला आतए तिके सुरता करा य आवरी धिआन देई तिकर चाल . चलन र अंत दकी करी तिकर विश्वास र अनुकरण करा द्य 8 यीशु मसीह काली आवरी आजी आवरी जूग जूग गोटक . असन आय द्य 9 नाना परकार र विचित्र उपदेश मन ले ना भरमाहाए कसन की मनर अनुग्रह ले मजबूत रबार अच्छा आयए ना की हांय खायबा बिती मन ले जोन मनले काम सोंगायबा लोक के काई लाभ ना होयला द्य 10 हामर गोटक असन बेदी आचे जोन थाने खायबार अधिकार हाय मन के निआयए जोन मन लाड़ी र सेवा करू आत द्य 11 कसन की जोन पशू र लोऊ बड़े याजक पाप र . बली काचे पबितर जगा ने नेऊ आयए तिकर गागर छाय र बाहरे जराया जाऊ आय द्य’ 12 ई लागीए यीशु बले लोक मन के आपना र ची लोउ र लागी पवितर करबा काचे कपाट र बाहरे दुःख उठायला द्य 13 ई काचे आसाए तार निन्दा खूद र उपरे धरी करी छाया र बाहरे तिकर लगे निकरी जाऊ द्य 14 कसन की हायती हामर कोनी रबार नगर निआयए मातर हामी आयबा बीती नगर र खोज ने आचू द्य 15 हाई काचे हामी तार बाटले स्तुति रूप र बलिदानए माने हांय ओट र फल जोन तार नावं के मानु आतए माहा परभु के सबू दाय चेगाहा द्य 16 भला करबार आवरी उधारता के दकाय बार ना भुलकाए कसन की माहा परभु असन बलिदान मन ले हरिक होऊ आय द्य 17 आपना अगुवा मन र आगेया के माना आवरी तिकर अधीन राहाए कसन की हांय मन तिकर समान तमर जीव मन काचे चेता रऊ आत जोन मन के लेखा देयके पड़सी य हांय मन ये काम के हरिक ने करोतए ना की काकर सांस धरी धरी करीए कसन की ये हाल ने तमके काई लाभ निआय द्य 18 हामर काचे पारतना करते राहाए कसन की हामके भोरसा आचे की हामर बुधि’ सुध आचे य आवरी हामी सबू गोट मन ने अच्छा चाल चलबार चाहयबू आचू द्य 19 पारतना करबा काचे मय तमके आवरी बले समझायबी आची की मय झटके तमर लगे आयके सकबी द्य 20 अबर शान्ति र दाता माहा परभुए जोन हामर परभु यीशु के जोन छेली मंडी मन र माहान राका करू आय सनातन र वाचा र लउ र गुण ले मोरला मन ने जीआय करी धरी आनलाए 21 तमके सबू अच्छा गोट ने शिध करोंए जाहार ले तमी हातार ईच्छा के पूरा कराए आवरी जोन बले ताके भाऊ आय ताके यीशु मसीह र बाटले हामर ने जनमाओए तार ची महीमा जूग जूग होयते रओ द्यआमेन द्य 22 हे भाई मनए मय तमके बिनती करबी आची की ये उपदेश र गोट मन के सहन कराए कसन की मय तमके खूबे सं क्षेप ने लिकली आची द्य 23 तमके ये सुरता रयसी तीमुथीयुसए हामर भाई छुटला आचे आवरी अगर हाय अडकी ची दाय आयला तो मय तार संगे तमके भेट होयबी द्य 24 आपना सबू अगुवा मन के आवरी सबू पवितर लोक मन के जूहार बला द्यईटली बिता मन तमके जुहार बालबा आत द्य 25 तमी सबूर उपरे अनुगरह होयते रओ द्यआमेन द्य