28
जड़ दाय हामी निकरलूए तेबे मालुम पड़ला की ये द्रीप माल्टा बलाय होऊ आय द्य 2 हायती र रबा लोक मन हामर उपरे अलग असन किरपा करलायय कसन की पानी मारबा लागी सित रयेए हाई काचे हाय मन जोय धराय करी हामी सबूके ठेबाय लाय द्य 3 जड़ दाय पौलुस दारु भारा के सकली करी जोय उपरे सोंगायलाए तेबे गोटक साँप आच पाई करी निकरला आवरी तार हाथ ले मिसी गला द्य 4 जड़ दाय हांय रबा लोक मन साँप के तार हाथ ने गुड़ाय होयलार दकलायए तो एक दुसर बला बली होयलायए श्सते ये मुनूक ह्तेयारा आय की अगर समुंद ले बाचलाए तेबे बले नियाय जीव रयके ना देला द्यश् 5 तेबे हांय साँप के जोय ने झंझाड़ी देलाए आवरी ताके काई नुकसान ना होयला द्य 6 मातर हांय मन बाट दकबार आय की हांय फूली जायसी नोयले दकु दकु घसरी करी मरी जायसीए मातर जड़ दाय हांय मन खूबे दाय ले दकते रलाय आवरी दकलाय की हातार काई बले ना नसलाए तेबे आपना बिचार के बदली करी बललाए श्ये तो कोनी देवता आय द्यश् 7 हांय जगार एलगे हांय लगे हांय टापूर बड़े पुबलियुस र भुई रये द्यहांय हामके आपना घरे नेई करी तिन दीन संगवारी भावले पहुनाई करला द्य 8 पुबलियुस र बुआ ज्वर आवरी आंव लोऊ ले रोगी होई पड़ी रये द्यतेबेरू पौलुस हातार लगे घरे जाई करी पारतना करला आवरी तार उपरे हाथ सोंगाय करी ताके चंगा करला द्य 9 जड़ दाय असन होयला तो हांय द्रीपर आवरी बले बीमारी मन आयलाय आवरी चंगा करा गलायद्य 10 हांय मन हामर खूबे आदर करलायए आवरी जड़ दाय हामी जायके मुरायलू तो जोन बले हामर काचे जरूरी रयेए जाहाज ने सोंगाय देलाय द्य 11 तिन मॉस र पाचे हामी सिकन्दरिया र गोटक जाहाज ने गलूए जोन हांय द्रीप ने जाड़े भरते रयेए आवरी जाहार चीना दियुसकूरी रये द्य 12 सुरकुसा ने लंगर भरी करी हामी तिन दीन ले टेकी रऊ द्य 13 हायती ले हामी बुली करी रेगियुस ने आयलूय आवरी गोटक दीनर पाचे दकछिड़ी लेहरा आयलाए तेबे हामी दुसरा दीने पुतियुली ने आयलू द्य 14 हायती हामके भाई मन मिरलायए आवरी तिकर बलबा लागी हामी तिकर थाने सात दीनले रलूय आवरी असनी हामी रोम बाटे गलू द्य 15 हायती ले भाई मन हामर खबर सूनी करी अप्पियुस र चौक आवरी तिन सराए ले हामके भेट होयबा काचे निकरी आयलायए जोन मनके दकी करी पौलुस माहा परभु के धनेबाद देला आवरी ढाढस बान्दला द्य 16 जड़ दाय हामी रोम ने पउचलूए तो पौलुस के गोटक पाईक संगे जोन हातार राका करबार आयए एकला रबार आगेया मिरला द्य 17 तिन दीनर पाचे हांय तार यहूदीर ख़ास लोक मनके हाग देलाए आवरी जड़ दाय हांय मन रुंडा होयलाय तो हांय मनके बललाए श्हे भाई मनए मूय आपना लोक मन नोयले बाप दादा मनर बेवहार र बिरुद ने काई बले ना करलीए तेबे बले बंदी बनाय करी यरूशलेम ले रोमियों मनर हाथे सोपा गली द्य 18 हांय मन मके जाची करी छाड़ी देबार चायलायए कसन की मोर उपरे मोरनार लाईक काई दोष ना रये द्य 19 मातर जड़ दाय यहूदी मन तार बिरुद ने बलके मुराय लायए तो मोके कैसर र दुहाई देयके पड़ला’ रू ये नाई की मोके आपना लोक मन ने काई दोष लगाय बार रये द्य 20 हाई काचे मूय तोमके हाग देली आची की तोमर ले भेट होयबी आवरी गोट बात करबीय कसन की इस्राएल र आशा काचे मूय ये सिकरा ले बांदी होयली आची द्यश् 21 हांय मन ताके बललायए श्ना हामी तोर बारे ने यहूदी मन ले चीटी पायलूए आवरी ना भाई मन ले कोनी आई करी तोर बारे ने काई सांगलाय आवरी ना गलत बललाय द्य 22 मातर तोर बिचार काय आय घ्हाई हामी तोर ले सुनबार चायबू आचूए कसन की हामी जानू की सबू जगा ये मतर बिरुद ने लोक मन गोट गोटाऊ आत द्यश् 23 तेबे हांय मन हातार काचे गोटक दीन सोंगाय लायए आवरी खूबे असन लोक मन हातार थाने रुंडा होयलायए आवरी हायती माहा परभु र राजर गवाई देयतेए आवरी मुसार बेबसता आवरी अगम गिआनी मनर पुस्तक मनले यीशु र बारे ने समझाय समझाय सकरेया ले संझ तक वर्णन करते रला द्य 24 तेबे कोनी हांय गोट मनके मानलायए आवरी कोनी विशवास ना करलाय द्य 25 जड़ दाय हांय मन एक दुसर ने गोटक ना होयलायए तो पौलुस र गोट बलबाके जायते गलाय रूश्पबितर आतमा याशायाह अगम गियानी र बाटले तोमर बाप दादा मनले अच्छा ची बललाए 26 श्जाई करी ये लोक मन के बलए की सुनते तो रबासए मातर ना समझबासए आवरी दकते तो रबासए मातर ना बुझबासय’ 27 कसन की ये लोक मनर मन ठोसर आवरी तिकर कान बोज होयला आचेए आवरी हांय मन आपना आकी के बंद करला आतए असन ना होओं की हांय मन केबी आकी ले दकोत आवरी कान मनले सुनोत आवरी मन ले समझोत आवरी बाह्ड़ोतए आवरी मूय तिके अच्छा करबी द्यश्’ 28 तेबेरू तमी जाना की माहा परभु र ये उधार र गोट दुसरा जाति मन लगे पटाय गला आचेए आवरी हांय मन सुनबाय द्यश् 29 जड़ दाय हांय ये बलला तो यहूदी मन एक दुसर ले खूबे झगड़ा होयके मुराय लाय आवरी हांय लगले जायते गलाय द्य 30 ण् पूरा दूय बरस आपना किराया र घरे रलाए 31 आवरी जोन तार लगे आयते रयेतए हांय सबू ले भेट होयते रये आवरी बिना रोक टोक खूबे ना डरी करी माहा परभु र राजर परचार करते आवरी परभु यीशु मसीह र गोट मनके सिकायते रये द्य