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एतार पाचे पौलुस एथेंस के छाड़ी .करी कुरिनथुस ने आयला द्य 2 हायती ताके अकिव्ला नावर गोटक यहूदी मिरलाए जाहार जनम पुन्तुस ने होई रये द्यहांय आपना बायले प्रिसकिल्ला संगे इटली ले एबे ची असन आई रयेए कसन की कल्लोदियुस सबू यहूदी मन के रोम ले निकरी जीबार आगेया देई रये द्यहाई काचे हांय तिकर थाने गला द्य 3 हातार आवरी तार गोटकी उद्दम रयेए हाई काचे हांय तिकर संगे रला आवरी हांय मन काम करके मुराय लायय आवरी तिकर उद्दम लाड़ी बनायबार रये द्य 4 हांय सबू हफ्ता र दीने मंडली घरे गोट बात करी यहूदी मन आवरी यूनानी मन के बले समझाय बार आय द्य 5 जड़ दाय सीलास आवरी तीमुथियुस मकिदुनिया ले आयलायए तेबे पौलुस बचन सुनाय बार धुन ने यहूदी मन के गवाई देयके मुरायला की यीशु ची मसीह आय द्य 6 मातर जड़ दाय हांय मन बिरोद आवरी निंदा करके मुराय लायए श्तोमर लोऊ तोमर ची टोडरा ने रओ! मूय निरदोसी आय द्यअबर ले मूय दुसरा जाति मन लगे जाऊ आय द्यश् 7 हायती मूय जाई करी हांय तीतुस युस्तुस नावर माहा परभु र गोटक भक्त घरे आयलाय जाहार घर मंडली घर ले जोड़ी रये द्य 8 तेबे मंडली घर र सरदार क्रिसपुस आपना सबू घर लोक संगे परभु उपरे विशवास करलायय आवरी खूबे असन कुरिन्थवासी सूनी करी विशवास आनलाय आवरी बपतिस्मा धरलाय द्य 9 परभु गोटक राति दरसन देई करी पौलुस के बललाएश्ना डरए मातर बलते जा आवरी ओगायनाराय 10 कसन की मूय तोर संगे आचीए आवरी कोनी तोके डराय करी तोर नुकसान ना करेय कसन की ये नगर ने मोर खुबे लोक आचेत द्यश् 11 हाई काचे हांय तिकर ने माहा परभु र बचन सिकायते डेड़ बरस ले रला द्य 12 जेबे गल्लियो अखाया देशर हाखिम’ रयेए तेबे यहूदी लोक मन गोटक गोटक करी पौलुस उपरे आयलायए आवरी ताके निआय आसन र छमे नेई करी बलके मुराय लायए 13 श्ये लोक मन के समझाऊ आय की माहा परभु र उपास असन रिती ले कराए जोन बेबस्तार असन आय द्यश् 14 जड़ दाय पौलुस बलबा काचे होई ची रये कीए तेबे गल्लियो यहूदी मन के बललाए श्हे यहूदी मनए अगर ये काई अन्या नोयले दुष्टता र गोट होयताए तो होयता की मूय तोमर सुनती द्य 15 मातर अगर ये गोत बात शब्द मनए आवरी नाव मनए आवरी तोमर थानर बेबस्ता र बारे आयए तो तोमि ची जानाय कसन की मूय ये गोट मनर निआई ना बनबार चाई द्यश् 16 आवरी हांय तिके निआय आसन र छोमे ले निकरायके बलला द्य 17 तेबे सबू लोक मन मंडली घर र सरदार सोसीथनेस के धरी करी निआय आसन र छमे मारला द्यमातर गल्ली मन ये गोट मन र काई बले चिंता ना करलाय द्य 18 पौलुस खूबे दीना ले हायती रये द्यआवरी भाई मन ले दूरे जाई किंखिया ने हाई काचे मुंड के खुरायलाए की हाय बर मागी रयेए’आवरी जाहाज ने सीरिया बाटे जायते गला आवरी तार संगे प्रिसकिल्ला आवरी अकिवला रयेत द्य 19 हांय ईफिसुस आई करी तिके हायती छाड़लाए आवरी आपना मंडली ने जाई करी यहूदी मन संगे गोट बात करके मुरायला द्य 20 जड़ दाय हांय मन ताके बिन्ती करलायए श्हामर संगे आवरी खिनिकमाँ दीन रा द्यश्तेबे हांय ना मानलाय 21 मातर ये बली करी तिकर ले दूर होयलाए श्अगर माहा परभु मन आचे आले तो तोमर लगे आवरी आयबी द्यश्तेबे हांय ईफिसुस ले जाहाज उगाड़ी करी जायते गलाय 22 वरी कैसरिया ने उतरी करी ; यरूशलेम बाटे द्ध गला आवरी कलिसीया के जुहार करी अन्ताकिया ने आयला द्य 23 आवरी खिनिक दीन रई करी हाय हयती ले निकरलाए आवरी गोटक बाटले गलातिया आवरी फ्रूगिया परदेश मन ने सबू चेला मन के गोटकी करते गला द्य 24 अपुल्लोस नावर गोटक यहूदीए जोन गिआनी माने रये आवरी पबितर शास्त्र के अच्छा ले जानते रयेए ईफिसुस ने आयला द्य 25 हांय माहा परभु र बाटर गियान पाई रयेए आवरी मन देई करी यीशु र बारे ने अच्छा अच्छा सुनबार आय आवरी सीखाय बार आयए मातर हांय सिरिप यहुन्ना र बपतिस्मा र गोट के जानते रये द्य 26 हांय मंडली ने ना डरी करी बलके धरलाए मातर प्रिसकिल्ला आवरी अकिवला तार गोट के सूनी करी ताके आपना घरे नेलाय आवरी माहा परभु र बाट के ताके आवरी बले अच्छा ले सागलाय द्य 27 जड़ दाय हांय मन बनायला की हांय पाक उतरी करी अखाया बाटे जायसी तो भाई मन ताके भोरसा देई करी चेला मन के लिकला की हांय तार संगे अच्छा ले मिलोय आवरी हांय हायती पवची करी हांय लोक मनर खूबे सायता करला जोन मन अनुग्रह र लागी विशवास करी रयेत द्य 28 कसन की हांय पबितर शास्त्र ले सबूत देई देई करी की यीशु ची मसीह आयए खूबे बल संगे यहूदी मन के सबूर छमे निरत्तर करते रये द्य