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शाहुल जोन ऐबेले परभू र चेला मन के धमकायबार आवरी मारबर हिस्साब ने रऐ एबड़ेयाजक लगे गला 2 आवरी दमिश्कर मंडली घर मनर नाव ने ऐ आड़रर चीटी मंगली आची की का्य मनुक का्य बायले एजोंन के आंय हे बाट ने पाय बाय टिके बांधी करी येरूशलेम ने आना द्य 3 मातर हिडू .हिडू जड़दाय आंय दमीशक लगे पहुचलाएअडकीचीदाय तार आकाशर चारो बाटले उजर चमकलाए 4 आवरी आंय बबूई ने गसराला आवरी ऐ शब्द सुनला एश्ऐ शाहुल तुई मोके का्य काजे सताय बी आस घ्श् 5 आवरी आंय बबूई ने गसराला आवरी ऐ शब्द सुनला एश्ऐ शाहुल तुई मोके का्य काजे सताय बी आस घ्श् 6 मातर ऐबर उठी करी शहरे जाएजोनतोके करबरा हाय तोके सांगा जायसी द्यश् 7 जोन मनुक मन आतार संगे रहेत एआई मन टटका होई गलाय कसन की शब्द तो सुनते रहेत मातर काकी दकते ना रहेत द्य 8 तेबे शाहुल भूई ले उटलाएमातर जड़दाय आंकी के उगाडला तो आंके काई ची दका ना देला एआवरी हाय मन हाथ दरी करी दमिश्क ने नेलाय द्य 9 आंय तीन दिन तक दकके ना सकला आवर ना कायला आवर ना पियला द्य 10 दमिश्क ने हनन्याह नावर गोटक चेला रहेए आंके परभू सपना ने बल्ला ष्हे हनन्याह द्यश्श् आंय बल्ला श्श्हाँ परभू द्यश्श् 11 तेबे परभू आंके बल्ला श्श्उठी करी आंय पारा ने जा जोन श्सीधीश् बलाय जाहुआयए आवरी यहूदार घर ने शाहुल नावर गोटक तरस वासी के पचार यकसन की दक एआंय पारताना कर सी आचेए 12 आवरी आंय हनन्याह नावर गोटक मनुक के भीतरे आसते आवरी अपनार ऊपरे हाथ सोंगायते दकला आचे यअमति आवरी ले दकके सको द्यश्श् 13 हनन्याह जबाब देला श्श्हे परभू मय तो ऐ मानेर बारे ने कुबे सुनली आची की हे माने यरूशलेम ने तोर पवितर लोकर संगे बड़े .बड़े गलत करला आचे य 14 आवरी हेताने बले एके मुकया याजकर बाटले हक मिरला आचे की जोन लोक तोर नाव दारुहात ण्हायं सबुके बांधा दिआस द्यश्श् 15 मातर परभू ताके बल्लाएश्श्तुय जा श्श्कसन बल्ले हाय तो अन्य जाती मन आवरी राजा मन आवरी इस्राइलीर छमे मोर नाव के छमे आनबा काजे बाचलार पात्र आय द्य 16 आवरी मय ताके सागुहाय की मोर नाव काजे आंके कसन कसन दुख उठायके पढसी द्यश्श् 17 तेबे हनन्याह उठीकरी आंय घरे गलाए आवरी आंतार ऊपरे आपनार हाथ सोंगाय करी बल्लाए श्श्हे बाई शाहुलए असनी यीशुए जोन आंय बाट ने जोंती ले तुय आयलिस तोके दका देई रहेए आंय मोंके पाटायला आचे की तुय आवरी दकके पायबिस आवरी पवित्र आत्मा ले बरी जा द्यश्श् 18 आवरी अड़कची दाय तार आंकी ले चिपड़ा गसरला आवरी आंय दकला एआवरी उठी करी बपतिस्मा दरला य 19 आवरी बात खाई करी बल पायला द्य आंय कतक दिन आंय चेला मन संगे रला जोंन दमिश्क ने रहेत द्य 20 आवरी आंय अडकी ची दाय परताना गुढी ने यीशु र परचार करके मुरायला की आंय मापरबुर बेटा आय द्य 21 सबु सुनबा लोक चकित होई करी बलके मुरायलायए श् काय हाई माने नुहाय जोन यरूशलेम ने तीके ऐ नाव के दरते रहेतए नासय आवरी आंय पने आंय काजे आसी रला की आंय मन के बांदी करी पलटन मन कटा नेई जाघ् श् 22 मातर शाहुल आवरी पने सामरत होयते गलाए आवरी हे गोटर जुआर देई देई करी की मसीह आंही आयएदमिश्कर रबा बिता यहूदी मनर मु के बंद करते रहे द्य 23 तेबे कुबे दिन बीती गलाए तेबे यहूदी मन मिसी करी ताके मारबा काजे विचार करलाय द्य 24 मातर तीकर विचार शाहुल के जान पढला द्यआंय मन तो ताके मरबा काजे राती दिने बाट लगे मारबा काजे ताकि रबारात द्य 25 मातर राती दाय आंतार चेला मन आंके टाकरी ने बसायलायएआवरी शरपनाह थानले लटकाय करी उतराय देलाय द्य’ 26 यरूशलेम ने पहुची करी आंय चेला मन संगे मिसबा काजे होयते ची रहे यमातर सबु ताके डरते रहेतएकसन बल्ले तीके विश्वास ची ना होयते रहे एकी आंय मन बले चेला आत द्य 27 मातर बरनबास ताके आपना संगे प्रेरित मन लगे नेई करी आंय मन के सांगला की हे का्य परकार ले बाट ने यीशु के दकलाएआवरी आंय ताके दकलाए आवरी आंय ही मन के गोटाय लाय आवरी दमिश्क ने ऐतार कसन बरसक ले यिशुर नावर परचार कारला द्य 28 आय तीकर संगे येरूशलेम ने आयते जायते रला 29 आवरी बरसक होई करी परभुर नावर परचार करते रहेयआवरी यूनानी भाषा बालबा बिता युहुदी संगे गोट बात आवरी बाता बाती करते रहेत यमातर आय ताके मारबार उआट करते रला द्य 30 ऐ जानी करी बाई ताके केसरिया नेलाण्आवरी तरसुस बाटे पटाय देला द्य 31 असनी पारकार सबु यहूदिया एआवरी गलीलएआवरी सामरिया ने कलीसिया के सुक मिरलाए आवरी तीकर अच्चा होयते गला यआवरी आय परभू के डर आवरी पवित्र आत्मार शांति ने संगे संगे आवरी बाढ़ते गलाय द्य 32 आवरी असन होयला की पतरस सबु जगा ने बुलते ए हाय पवित्र लोक मन लगे पहुचला जोन लुधा ने रयते रहेत द्य 33 हायती तीके ऐनिआस नावर लकवा बेमारर गोटक मनुक मिरला एजोन आट बरस ले कटिया ने पढ़ी रहे द्य 34 पतरस ताके बल्लाएश्श् हे ऐनियास! यीशु मसीह तोके चुक चूका करुआय द्य ऊटए तोर ओचना ओचाव द्यश् तेबे हाय अड़किचि दाय उठी टीया होयला द्य 35 तेबे लुधा आवरी शारोनर सबु रबा लोक ताके दकी करी परभू बाटे बाह डलाय द्य 36 यापा ने तबिता बल्ले दोरकास’ नावर गोटक विश्वासनी रऐ द्य हाय कुबे अच्छा अच्छा बूता आवरी दान करते रऐ द्य 37 हायची समया ने हाय बेमार होई करी मरी गला रू आवरी आंय मन पानी दुहाय करी बाकरा ने सोंगयलाय द्य 38 ई काजे की लुधा यापार लगे रऐए चेलामन हे सुनी करी की पतरस आंती आचे कीए दुई जन मनुक के पटाय करी आंके गुहारलायए श् आमर लगे बेर ना कर द्यश्श् 39 तेबे पतरस उठी करी तिकर संगे मिसला आवरीए जड़दाय हाय पहुचला तेबे हाय मन हांके आंय बाकरा ने नेलाय द्यसबु रांडी मन कान्दते कान्दते तार लगे जाई ठिया होयलाए आवरी जोन कुडता आवरी पटई दोरकास जोन आतार संगे रबादाय बनाय रहेए दकाय के मुरायलाद्य 40 तेबे पतरस सबू के बाहरे निकारायलाए आवरी मांडी के टेकी करी परताना करला आवरी मोढी बाटे दकी करी बल्लाए श्ऐ तबिताए उठ द्यश्तेबे हाय आपनार आंकी के उगाडलारूआवरी पतरस के दकी करी उठी बसला द्य 41 हाय लोमाय करी आंके उटायलाए आवरी पवित्र लोक मन आवरी रानडी मन के आग देई करी आंके जीवता दकाय देला द्य 42 ऐ गोट सबू यापा ने पयली गला रू आवरी कुबे लोक परभू ने विश्बास करलाय द्य 43 आवरी पतरस यापा ने शैमोन नावर कोनी चमड़ा दंधा करू बिता घरे कुबे दिन ले रहे द्य