चेतोनी आर सिछा
(मत्ती 10:26,27,28-31, 32,33, 12:32, 10:19,20)
12
1 अतने में हजारो के भिड़िया लाएग गले, आर इरंग भे गेल हले कि जकर-तकर पर गिर जा हले, ताब ईसु अपन चेलवेन से केहे लागले, “फरीसी अदमियेन के खमीरa, मने उसभीन के पाखंड़ से, बेच के रहियों।b 2 ऊ समइया आवेब करे हो, जखने साभे बातेन के परकट करल जीतो, आर जे बाता झांपल हो, ऊ अदमियेन जुगुर उघारल जीतो।c 3 येहे खतीर जे कुछु तोहनी अन्धरा में कहले हीं, ऊ इन्जरा में सुनावल जीतो, आर जे तोहनी कोठवा में काने-कान याएड़ के फुसकले हीं, ऊ छतवा पर से सुनावल जीतो।4 “ए हमर सथीवेन, हाम तोहनी से कहे हियो, उसभीन से नाञ डरियों जे तोहनी के मारे-काटे हो, उसभीन खली तोहनी के देहा के माएर सके हो, काहेकि अकर से जादे उसभीन कुछु नाञ करे पारतो। 5 लकिन हाम तोहनी के चतावे हियो कि ककर से डरेक चाही: परमेसवर से डर, जकर जुगुर मारे के आर उसभीन के नरक में गिरावे के अधिकार हे। हां, हाम तोहनी से कहे हियो, उन्खरे से डरियों। 6 की बगरिया छोटे-मोटे चिरइयां नाञ हके? तय्यो परमेसवर उखनिन में से अकोगो के नाञ भूला हे। 7 तोहनी के मुड़िया के साभे केसो गिनल गेल हो, येहे खतीर नाञ डरियों, तोहनी साभे गोटेन ढेरी बगरियेन से बेढ़ के हीं।
8 “हाम तोहनी से कहे हियो जे कोन्हो गोटे साभे अदमियेन जुगुर हमरा माएन लबी, ता हमु सरगा के अदमियां ओकरा परमेसवर के सरगदुतेन जुगुर माएन लबो। 9 लकिन जे अदमियेन जुगुर हमरा नकारबी, ओकरो परमेसवर के सरगदुतेन जुगुर नकाएर दबो।
10 “जे कोय सरगा के अदमियां के बिरोध कोन्हो बाता कहते, ओकर ऊ दोसा बप्पा परमेसवर माफ केर दतो, लकिन जे पवितर आतमा के बिरोध बोले हे, ओकरा ऊ माफ नाञ करतो।d
11 जखने अदमियेन तोरा यहूदी सभाघरेन में आर कोन्हो राज करेवला जुगुर चेंहे कोन्हो अधिकरियेन जुगुर ठड़ा करतो ता तों चिंता में नाञ परियों कि हमनी किरंग जबबा दबे, आर की कहबे। 12 काहेकि पवितर आतमा तखनियें तोहनीक सिखाए दतो कि की कहेक चाही।e
एग बुरबकवा अमिरवा के उपमा
13 फिरो भिड़िया में से एगो अदमियें ईसु से कहलके, “हे गुरूजी हमर भेयवा से कहीं कि हमर बप्पा के दोलतिया के हिंसवा हमर जोरे बांएट लते।” 14 लकिन ईसु ओकर से कहलके, “ए हो, के हमरा तोहनी के फेसलवा करेवला आर दोलतिया बांटेवला चुनले हो ? 15 आर ईसु उसभीन से कहलके, “चेत के रहियों, आर ढेर तरी ललचियेन से अपने के बचाए के राखियों, काहेकि ककरो जिनगिया जादे दोलतिया पर टिकल नाञ रहते।
16 ईसु एगो उपमा उसभीन से कहलके, “ कोन्हो अमिरवा के जेमना पर ढेरी मनी खेतिया होएल हले। 17 ताब ऊ अपन मना में सोंचे लागले, “ हाम की करिये ? काहेकि हमर घारा में अतना जघावा नाञ हे। हाम अतेमनी उपजलहा अनजवेन कहांपरी धारबे?” 18 आर ऊ कहलके, ‘हाम इरंग करबे कि अपन कोठवा तोएर के बड़ बनीबे; आर साभे अनजवेन आर दोलतियेन बड़का कोठवा पर धाएर दबे; 19 आर हाम अपने से कहबे, ‘ए किसमतवला, तोर जुगुर ढेरी बरस खतीर ढेरी धाना-दोलतिया धारल हो; तों अराम से रह, आर खो, पी, आर मोज-मस्ती में रह।’ 20 लकिन परमेसवर ओकर से कहलके, “ए बुरबकाहा, येहे रतिया में तोर जीबा तोर से ले लियल जीतो ता जे कुछु तों संघाएरके धारले हीं, ऊ ककर होए जीतो? ” 21 इरंगे ऊ अदमियां हके जे अपन खतीर धाना-दोलतिया संघारे हे; लकिन ऊ परमेसवर के नजरिया में अमिरवा अदमियां नाञ हे।
परमेसवर पर भरोसा राख
(मत्ती 6:19-21, 25-34)
22 फिरो ईसु अपन चेलवेन से कहलके, “येहे खतीर हाम तोहनी से कहे हियो, अपन जाना के फिकीर नाञ करियों कि हमनी कोन्ची खेबे ; आर नाञ अपन देहा के फिकीर करियों कि हमनी कोन्ची पिंधबे । 23 काहेकि जाना खान-पान से बेढ़के हे आर देहा पिंधनवा से बेढ़के हे। 24 कऊवेन पर धयान दिहीं ; उसभीन नाञ रोपे हे आर नाञ काटे हे ; आर नाञ ओकर मोरीलवा आर नाञ कोठवा रेहे हे ; तय्यो पर परमेसवर उसभीन के पोसे हे। लकिन परमेसवर के नजरिया में तोहनी चिरइयेंन से बेढ़के हीं। 25 तोहनी में इरंग के हीं जे फिकिरिया केरके अपन जिनगिया के अको जरी बढ़ावे पारे हीं ? 26 येहे खतीर जदि तोहनी साभे से छोटको कामा नाञ करे पारे हीं, ता तोहनी आरो बाता खतीर कहील फिकिरिया करे हीं ? 27 कमला फूला पर धयान दिहीं कि ऊ किरंग बाढ़े हे: ऊ नाञ खटे हे, आर नाञ बुंदे हे; तय्यो हाम तोहनी से कहे हियो कि सुलेमनf रजवो अपन साभे महिमा में, कमला फूलेन में से ककरो तरी बेस पिन्धनवा नाञ पिन्धले हले। 28 येहे खतीर जदि परमेसवर घासा के जे आझ हे, काल खीन अगिया में जारल जीते अतना बड़ी बेस तरी से सम्हारे हे, ता ऊ तोरा जरूरे सम्हारतो। 29 खान-पान खतीर फिकीर नाञ करियों कि कोन्ची खेबी आर कोन्ची पीबी; ईसब खतीर नाञ सोंचियों। 30 परमेसवर के नाञ जानेवलेन अदमियेन ई साभे समनवेन के खोजे में लागल रेहे हे, लकिन सरगा में रेहेवला तोहनी के बप्पा परमेसवर तोहनी के जरोरी समनवेन के जाने हो। 31 लकिन उन्खर राज के खोजे में रहबी, ता ई साभे समनवोन तोहनी के मिल जीतो।
32 येहे खतीर हे छोटका झुंड़ा, नाञ डरियों ; काहेकि तोर सरगा के बप्पा के ई खुसी बुझीलो कि तोहनी के राज दियो। 33 “अपन दोलतिया बेच के गरीबहेन के दान केर दिहीं ; आर सरगा में अपन खतीर इरंग झोलवा राख जे पुरान नाञ होवो हो, इरंग अपन दोलतिया संघार जे घटतो नाञ आर जहांपरी चोरेन नाञ जाए पारतो, आर दियंवेन नाञ खेतो। 34 काहेकि जने तोहनी के दोलतिया रहतो, वेहें तोहनी के मनो लागल रहतो।
जागले रहियों
35 “डंड़वा सकत केरके आर अपन ढिबरिया बाएरके परमेसवर के सेवा खतीर संपरल रहियों।g 36 आर तोहनी ऊ अदमियां नियर बन, जे अपन मलिकवा के असरा दखेब करे हे कि बिहावा घारा से ऊ कखने येते, कि जखने ऊ आएके दुहरिया ठोकठोकिते ता तुरते उन्खर खतीर दुहरिया खोएल दबे।h 37 धेन्य हो उसभीन सेवकवेन जिसभिन के मलिकवें आएके जागले पावे हे; हाम तोहनी से सच्चे कहे हियो कि ऊ मलिकवें डंड़वा बाएन्धके उसभीन के खान-पियान करेल बेठीते, आर उसभीन जुगुर जाए के सेवा करते। 38 जदि मलिकवा अधरतिया चेहें भिनसरवा में आएके उसभीन के जागले पावे हे, ता ऊ सेवकवेन धेन्य हे। 39 लकिन तोहनी ई जाएन लियों कि जदि घारा के मलिकवें जाने हे कि चोरेन कखने येते, आर ऊ जागले रेहे आर अपन घारा में चोरिया होवेल नाञ दतो। 40 तुहुं संपरल राह ; काहेकि जे समइया में तोहनी सोंचबो नाञ करे हीं, वेहे समइया में हाम अदमियां के बेटवा आए जीबो।”i
41 ताब पतरस कहलके, “हे परभु, ई उपमा तोंह खली हमनियेस कहे हीं कि साभे गोटेन से कहे हीं।” 42 परभु कहलके, “ऊ बिसवास लाएग आर हुंसयार मुनसिया के हके, जकर मलिकवें ओकरा सेवकवेन पर सरदरा बनीते कि उसभीन के समइया पर खान-पियान के समनवेन दते। 43 धेन्य हे ऊ सेवकवा जकरा ओकर मलिकवें आएके इरंगे करले पेयते। 44 हाम तोहनी से दावा के साथ कहे हियो, मलिकवें अपन साभे दोलतिया पर ऊ सेवकवा के सरदरा बनीते। 45 लकिन जदि ऊ सेवकवा सोंचे लागे हे कि हमर मलिकवा आवेम देरी करेब करे हे, आर ऊ सेवकवा सेवकवेन आर सेवकनियेन के मारे-पीटे लागे हे आर पिये-खाए लागे हे आर पियंकड़ होवे लागे हे। 46 ताब ऊ सेवकवा के मलिकवा इरंग दिना येते, जखने ऊ मलिकवा के असरा दखबो नाञ करे हते, आर ऊ बेरा ऊ जानबो नाञ करे हते आर मलिकवें ओकरा बड़ी सजाए देके ओकर हिंसवा बेमनेहेन के जोरे गिनीतो। 47 ऊ सेवकवा जे अपन मलिकवा के इछा जाने हले, आर ऊ सेवकवा संपरल नाञ रहले आर नाञ ओकर बाता से चलले, ऊ मलिकवा से ढेरी माएर खेते। 48 लकिन ऊ जकरा मलिकवा के इछा के नाञ जाने हे आर कोन्हो इरंग कामा केर दे हे जे माएर खाएक लाएग हे, ता ऊ सेवकवा कम्मे माएर खेते। येहे खतीर जकरा ढेरी दियल गेल हे, ओकर से ढेरी मांगल जीतो ; आर जकरा ढेरी सोंपल गेल हे, ओकर से ढेरी लियल जीतो।
सांती दियेल नाञ लकिन फरक करावेल
(मत्ती 10:34-36)
49 फिरो ईसु कहलके “हाम धरतिया में अगिया लगावेल आएल हियो ; आर हाम खली येहे खोजे हलियो कि ई अभिये सुलेग जीतलो ! 50 हमरा एगो बपतिस्मा लियेक जरोरी हे आर जल-तकले ऊ नाञ होतो तल-तकले हाम किरंग ढेरी दुखा में रहबो!j 51 कोन्ची तोहनी बुझे हीं कि हाम धरतिया पर सांती दियेल आएल हियो ? हाम तोहनी से कहे हियो, इरंग नाञ, हाम फरक करावेल आएल हियो। 52 काहेकि अभिये से एग घारा में पांच गोटे अपनेम बिरोध करतो, तीन गोटे दु गोटे से आर दु गोटे तीन गोटे से । 53 बप्पा बेटवा से आर बेटवा बप्पा से बिरोध करतो ; मइया बेटिया से आर बेटिया मइया से, सोसइया पुतहइया से आर पुतहइया सोसइया से बिरोध करतो।”k
समया के बुझेक
(मत्ती 16:2,3)
54 ईसु भीड़िया से कहलके, “जखने तोहनी बदरिया के पछिम से उठेत दखे हीं ताब तोहनी तुरते कहे हीं कि पनिया परतो, आर इरंगे होवे हो ; 55 आर जखने दछिन से हावा बोहेत दखे हीं ता कहे हीं कि लूका चलतो आर इरंगे होवे हो। 56 हे पखंड़ियेन, तोहनी धरतिया आर सरगा के रांगा-रूपा में भेद-भाव केर सके हीं लकिन ई जुगा के बारे में काहेन भेद-भाव करेल जाने हीं ?
बिरोधिया से सल्हावा
(मत्ती 5:25,26)
57 “ तोहनी अपने फेसलवा काहेन केर ले हीं कि बेस कोन्ची हको ? 58 जखने तों अपन बिरोधिया के जोरे जजवा जुगुर जाएब करे हीं, तखनियें डहरा में अपन बिरोधिया से सल्हावा करेक उपाए केर ले, नाञ ता इरंग होतो कि बिरोधियें जजवा जुगुर तोरा लले जीतो आर जजवें तोरा सिपहियेन के हांथा में दे दतो, आर सिपहियेन तोरा जेलवाम बन्द केर दतो। 59 हाम तोहनी से कहे हियो जल-तकले तों साभे कचवा नाञ भरबी तल-तकले जेलवा से नाञ छुटे पारबी ।”