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1 एता बाद माँईं स्बर्गे बडी भीड़ बड़े ज़ोरे संघे यह बोलद शुणु हालेलूय्याह  ! उद्धार होर महिमा होर सामर्थ्य हमारे दइब र साहा 2 किबे कि तेउ रे फैंसल सच्ची होर ठक साहा । तेउ तेसा बड़े वश्य वै ज़ोह आपणे ब्याभिचार क धरे त नष्ट कर न्याय करू होर तत क आपण दस रे लोहू रे बदल लउ । 3 तेहुकि त्याह य दूज वर बोलू लिलुय तत्क ज़लने रे धुँआ उठत रहण । 4 तेवा चोउबी प्राणी होर च़हू प्राणी पड़ करे दइब वै उपासना करू ज़ोह सिहासन पेंदे बैठदअ , होर बोलू आमीन हालेलूय्याह
ममन रे विब
5 तेवा सिहासन सन पेंदे एक शब्द निक्दअ हमारे दईबा क डरे न आल़े दसो कै होच्छ कै बड़े तमे सब् तेउ र स्तुति करे । 6 तेहुकि माँईं बड़ेी भिड़ा जेड़ा होर बहू पाणी साही शुणु , होर छड़आ ज बड अ शब्द शुणु हालेलूय्याह किबेकि प्रभु दईब हमारे सर्वशक्तिमान राजा करे । 7 इच्छ हामे आन्दअ होर मगन होइ होर तेउ र स्तुति करेण किबेकि ममन रे बिब आउआ होर तेउ र लड तैय रे होई । 8 तेसा वै यीशु द्ध होर चमकदअ होर मलमल रे झिकड़ वन्न रे अधिकार दिन किबेकि तेउ मलमल रे मतलव पबित्र लोका रे धर्मा रे कम । 9 तेवा दूता म वै बोलू , "कि धन्य साहा त्याह ज़ोह ममन रे ब्य रे भोज में शद द साहा ।तेहुकि तेउ , म क बोलू यह बचन दईबा रे सच्ची वचन साहा । 10 तेवा हांऊं तेउ वै उपासना करे न र तण तेउ र जघ में पडू तेउ म वै बोलू रे एडा नांई करे ऊ तारे अ होर तारे भाई सगला अ दस साहा ज़ोह यीशु र गुआह दण पेंदे स्थिर साहा ।दईब वै उपासना क्रे किबेकि यीशु रि गुआह भविष्यवण र गुआह र आत्मा साहा ।
शेते घोड़े पेंदे शुआर
11 तेहुकि माँईं स्बर्गे खुलूदअ हेरु , होर कि एक शेतअ घोड़अ साहा होर तेउ पेंदे एक बैठदअ साहा ज़ोह विश्वस लयक होर सच्ची साहा होर सह धर्म संग् न्याय होर युद्ध करे । 12 तेउ र आछ आग सह साहा होर तेउ मुढ बहू राजा मुकट साहा तत में एक ना लिखुद साहा ज़ासु तेउ छड करे को नांई जणद । 13 तेउ य लोहू संघे छिडकड़ वनंइ द साहा होर तेउ रे ना दइब रे वचन साहा । 14 स्बर्गे र सन शत घोड़ पेंदे बैठ द होर यीशु द्ध मलमल र झिकड़ बनंइ करे तेउ पछ साहा । 15 ज़ाति-ज़ाति रे लोका वै मरे न र तण तेउ रे मु क तिछई तेल वरे निख्द तेउ लो रे अ राजा दंड ल करे त्याह पेंदे राजा करे न होर सर्वशक्तिमान दइब र भय नक प्रेम कोप र जल्ज्लाहत र मंदिरे रे कुंड में दख पिष्न । 16 तउरे झिकड़ होर जघ में यह लिखू द साहा , राजा रे ना राजा प्रभु रे प्रभु । 17 तेहुकि माँईं एक होर दूता सुराजा पेंदे खडू द रू । तेऊ ज़ोरे संघे बोल करे , स्बर्गे रे मझ उडन आल़े चेलू बोलू , इच्छ दइब रे बड़े भोज र तण इकठा आओ। 18 जसुक तमे राजा रे मश होर ,सारीे दरे रे मश होर मोट मरेद रे मास , होर क स्बतन्त्रे होर क दस होर क होच्छ होर क बड़े सभी लोका रे माश खाओ 19 तेहुकि माँईं सह ज़ानबरा , होर पृथ्बी रे राजा , होर त्याह र सन तेउ घोड़ में ज़ोह वैठद होर तउर सन झगड़ करे न र तण ईकठ हेरू । 20 सह जनवरे होर तेउ संघे झूठे ज्योत्षी करे न आल ढाकु तिही जसुय तउरे समन एडा चमत्करे करे , ज़ासु संघे त्याह भरे माँईं तिही जसू पेंदे तेउ ज़ानबरा र मुहर तिही , होर ज़ोह तउर मूर्ति पूजा करे तिही यह दु जिउंअ तेसा आग र झल ज़ोह गन्धक सग जलआ तथ पई। 21 ज़ोह होर लोका घोड़ र सबर में तिही, तुलरे संघे ज़ोह तउरे मु क निकद , मर पई होर सवै चेलू तउरे मस संघे राजा ।