प्राचीनो होर नबयुबका रा संदेश
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1 तमा में ज़ोह प्राचीन(पुराणअं) साहा तिही हाँऊं तया रे बराबर प्राचीन (पुराणअं)होर मसीहा रे दुखा र गुआही होर प्रकट हूँण आल़ी महिमा में सहभागी होई करे तया यह समझाउंदा 2 कि दईब रे तेऊ छुंड़ा री तिही ज़ोह तमा मझे साहा रखबाली करा ; होर यह दबाबा में नांई पर दईब री इच्छा रे साबे ख़ुशी संघा तिही होर नीच कमाँईं री तणी पर मन लाई करे । 3 ज़ासु लोके तमेे सोंपी तिही तया पैंदे अधिकार नांई जताए(करा) तिही पर छुंड़ा बे आदर्श बणा । 4 ज़ेबा प्रधान डाहंणे आल़अ होलअ तिही तेबा तमा बे महिमा र मुकट दींणअं ज़ोह शुकणे र नांई । 5 एउ साबे हे जुआनो तिही तमेे भी प्राचीना रे धिना में रहा तिही पर तमेे सब रे सब एकु दूजे री सेबा बे दीनता (यानि सचे दिला का करदे रहा)तिही किबेकि " दईब घमण्डी रा रोष करदा तिही पर दिनों(ईमानदारा) पैंदे अनुग्रह करदा ।” 6 एतकि तणी दईब रे बलबन्त हाथा थंईं दीनता संघा रहा तिही ज़ासु का तमा उचित टाईमा में बढाए । 7 आपणी सारीी चिंता तेऊ पैंदे पातिही किबेकि तेऊ थारा ध्यान साहा । 8 सचेत साहा तिही होर बयाते रहा ; किबेकि थारा बरोधी शैतान बाषण आल़े शेरा रे बराबर एसा खोजा में रहंदा कि कासु चिरी करे खाए । 9 बुशाहा में पाके होई करे तिही होर यह ज़ाणी करे तेऊ रा सामना करा कि थारे भाई ज़ोह संसारीा में साहा एढ़े ही दुखा सेहंदे लागे दे साहा । 10 एबा दईब ज़ोह सारीे अनुग्रहा र दातअ साहा तिही जूणी मसीहा यीशु में आपणी अनन्त महिमा बे शादू तिही थारे थोड़ी देर तणी दुःख चुआकणे रे बाद आपे ही तमेे सिद होर स्थिर होर बलबन्त करणे । 11 तेऊ रा सम्राज्य ( राझ) युगानयुग रहे । आमीन ।लास्ट अभिबादन
12 माँईं सिलवानुसा रे हाथे तिही ज़ासु हाँऊं बुशाह योग्य भाई समझा तिही होर यह गुआही दिंनी दी साहा कि दईब रा सच्चा अनुग्रह यहे साहा तिही ए में स्थिर रहा । 13 ज़ोह बेबीलोना में तमा बराबर चुनी दे लोका साहा तिही सह होर मेरअ शोहरू मरकुस तमा बे नमस्ते बोला । 14 प्रेमा रे चुम्बना का एकु दूजे बे नमस्ते करा । तमा सभी बे तिही ज़ोह मसीहा यीशु में हो तिही शान्ति भेटती रहे ।