सोतारे चेले भजन
10
1 यह हे गल्ला वद यीशु य सात त्तारे होर मणश चुनंइ होर ज़ासु - ज़ासु नगरे होर जागाह वै तेउ आप नहे न , , तखे वै त्याह दुई - दुई करी आपु क जहे भजी । 2 तेउ त्याह वै बोलू , "पाके खेच बहू साहा , पर काम करणा आल़े थोड़े साहा ;तेवा खेचा रे मालिका का विनती करे कि आपणे खेचे काम करणा आल़े होर भेज । 3 नश ;हे रे हांऊं , तमे भड रे बारह - बारह भड़ियहे क बीच मं भज ।। 4 तेवा नंहे बटु , नंहे झोली , नंहे बूट ;होर नांई वत कसी वै नमस्ते करे । 5 जासू घरे भी नाठे , पहिले बोला , एउ घरे कल्यहे ण हो । 6 अगर त्ख कल्यहे ण हुणे हो ल तेवा थारे कल्यहे ण त्ख हुणे , नांई हो ल तेवा तेउ तमे ही सेटा वै वपिस इहंणा । 7 तहे घरे रहे , होर ज़ोह त्याह क भट; तहे तिही खय , किवकी मजदूरे आपणी मजदूरी भेटी लोढ़ी ;घरे- घरे नांई नश । 8 जासू नगरे नाठे , होर त्ख लोका तमे बशयहे गला , तेवा तमे सेटा ज़ोह खाण वै दिल तेउ खय । 9 त्ख्ले बीमारा ठीक करे होर त्याह वै बोले , “दईबा रा राझ नेड साहा ।” 10 पर जासू नगरे रे लोका तमे नांई मन , त्ख्ल बजरे नशी करे बोला । 11 आपांणी टांगा रे मट ठुडकी करे बोला थारे ग्राए रे धुड हामे थारे समन ठुड़क ;होर तेवा री एता भी ज़ाणा कि दईबा र राझ नेड आउआ । 12 हांऊं तमे क बोला कि तेसा धियाड़ी तेउ नगरे री दश सदोम री दश सभी का बखे हुणी ।अविश्वसी ग्राये वै धिकरे
( मती 11 :20 -24 )
13 “हे य खुराजा न !हे य वैत्सद !ज़ोह सामर्थ्य रे कम तमे में करी , अगर त्याह कम सुरे होर सद में करे ल , तेवा त्याह हे कदक मन फिरे उण , । 14 पर न्याय री धियाड़ी थरी दश सुरे होर सैद री दश ठीक हुणी । 15 होर हे कूफरनुहम , कैहे तुहे स्वर्गा का भी उछटअ हुणअ ?तुहे अधोलोक तणी उन्ध नहे ण । 16 “ज़ोह थरी शुण , सो मरी भी शुण ;ज़ोह तमे तुच्छ ज़ाणा त्याह महे भी तुच्छ ज़ाणा होर ज़ोह महे तुच्छ ज़ाणा , सह मरे भजन आल़े भी तुच्छ ज़ाणा ।
सात रे चेले रे इछन
17 त्याह सात तेरे चेले ख़ुशी - ख़ुशी आउय होर बोलदा लागे , “हे दईबा तारे न क दुष्टात्मा भी हे मरे बश साहा " 18 तेउ त्याह क बोलू , “मई दुष्टात्मा सरग क विजली सही पड्दी हे री , । 19 हे रे मई तमे वै सारीे प होर विछु फिज्ण रअ धिकार दिन द साहा , होर दुश्मन री सारीी सामर्थ्य पेंदे अधिकार दिन द साहा , 20 तेवा भी खुश नांई हे होऊ की आत्मा थारे बश में साहा पर एता क खुश होई की थारे न सरगा में लिखूदा साहा ।
यीशु रे खुश हुणे
( मती 11 :25 -27 ;13 :16 , 17 )
21 तेवा री सह पवित्र आत्मा री ख़ुशी संघे भरू , होर बोलू , “हे पित , स्बर्ग होर धरे ती रे दईबा , हाँऊं तारे धन्यवद करे की तई यह हे गल्ला ज्ञनियों होर समझदरे क छुपइ डहे , होर बालका पंध प्रकट करी । हे , हे पित , किवकी महे यह ठीक लागे । 22 मरे पित महे वै सब्हे स दिन ;होर कोहे नांई जांणदा अ कि शोहरु कुण साहा पित ही ज़ाणा , होर पित कुण साहा कोहे नांई जांणदा अ कवल शोहरु ही ज़ाणा होर जासू पेंदे तेउ शोहरु प्रकट करे ण चहे । 23 तेवा चेले फेरा वै फिरि बोलू , “धन्य साहा त्याह री आछी , ज़ोह याह गला तमा हेरदा । 24 किवकि हे ऊ तमा वै बोला कि बहू भविष्यबकत होर राजा चाहू की ज़ोह गल्ला तमे हे रे त्याह हे रे पर नांई हे री होर ज़ोह गल्ला तमे शुणद त्याह शुण पर नांई शुणी ।
दया लु समरी री कथअ
25 होर हे रे , एक ब्य्वस्थप्क तेउ री पर ठीक षा लउण री तणी बोलू , हे गुरु !अनन्त जीवन र बारिस हुणे री तणी हांऊं कैहे करू ?” 26 तेउये तेउ क बोलू व्यहे स्थप्क में कैहे लिखू द साहा ?तुहे कैड पढ़द?” 27 तेउ उतारे दिन , “तुहे दईबा आपण दईबा रे आपण सारीे मन होर आपण सारीे प्रेम होर आपांणी सारीी शक्ति होर आपांणी सारीी बुधदी संघे प्यहे रे डहे होर आपण पड़ोसी आपु जेड़ा प्यहे रे डहे । 28 तेउये तेउ क बोलू , “तई ठीक उतारे दिन एथि करे तेवा तुहे जीउदअ रे हू ण ।” 29 पर तेउ आपण आप वै धर्मी हुणे री इचछ री तणी यीशु क पुछु , “मरअ पड़ोसी कुण हे होऊ ?” 30 यीशु य उतारे दिन , “एक मणश येरूशलेम क यरे ीहो वै हे ण्डदअ लगदअ , कि डाकू य सह ढकु होर तेउ रे झिकड़ चिरी होर चिकि क्रुसा ह आधअ मुअदअ त्ख शोटू । 31 होर एडा हे होऊ की एक यह जक तेसा नहे नाह्न्द लग्दअ , पर तेउ हे री करे कतारे इ करे नठअ। 32 एडअ ही एक लेवी तेसा आउअ , सह भी तेउ भल़ी करे कतारे इ करे नाठअ । 33 पर एक समरी तेसा आउअ , तेउ हे री करे तेउ तारे स आउयहे । 34 तेउ य तेउ सेटा इच्छी करी तउरे घव पेंदे तेल लसी करे पटी वन्धी होर आपु संघे नि क्रुसा ह सारीे य वै निउ होर तेउ री सेवा करी । 35 दूज धिहाडी त्ख्ल मलक वै दुई दीनरे दइ करे , बोलू एउ री सेवा करे णी ज़ोह तारे लगला तत हांऊं इच्छी करे दलअ । 36 एव तरी समझ में कैहे आउयहे कि डाकू में घिरे दअ मंणश र पड़ोसी ग्रे ंईंं कुण हे होऊ । 37 तेउये बोलू , “सह ज़ासु तेउ पेंदे दया करे ” यीशु य त्याह वै बोलू , “नश , तू भी एडा करे ।”
मअर्थ हे हर मरियम रे घरे यीशु
38 जब्रे त्याह नहे द लागे , सह एकी ग्रे य नाठअ , मअर्थ न री एकी वेटढी सह आपण घरे वै आणू । 39 मरियम न री तेसा री एक बहे ण , ।सहे दईबा रे चरे ण वैशी करे तेउ रे शुण , । 40 पर मअर्थ सेवा करदे - करदे घबरई , होर तेउ नड इच्छी करे बोल्दी लगी , “हे दईबा , कैहे तहे मरी किछ चिंत नांई साहा मरी बहे न हांऊं सेवा करे दी कलि डही ?तेवा तेसा बोलू मरी सहायता करे । 41 दईबा तेसा वै उतारे दिन , “मअर्थ , तुहे बहू गल्ला री फिकरे किबे करे होर तू डरे किबे । 42 पर एक गला जरुरी साहा , होर एउ उतम भागा जोह मरियम चुनु दअ साहा कोहे छिनि नांई सकते ।