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कसन कि हर गोटक महायाजक माने मन ले दरलाल रहु आय आवरी माने मन काचे ची काजे आय गोट विषयं न जोन परमेश्वरर सम्बंध संगाऊ आय, ठहरायलार जाउ आय कि चढ़ाय लार आवरी पापर बली चढायलार करा। 2 आय ना जनला लोगर आवरी आजला लोगर संगे सिहर ले व्यवहार करके सके, आय काजे आप हाय पने निर्बलता ले होरला आचे। 3 आयं काजे ताके लागुआय कि जसन लोग काजे असनी ची अपनार काजे पने पाप-बलि ले चेगायते रहा। 4 ये आदरर पद कोनी अपनार ले ना दतेत जेबेले कि हारूनर समान परमेश्वरर बाटले सगायला ना जायेत। 5 असनी ची मसीह पने महायजक बनबा काजे बड़ाई अपनार ले ना दरला, भातर तिके तिकर ले ची देला जोन तार बोली रहे, "तुय मोर बेटा आय,आजी मैं ची जनम देली आचे।" 6 असनी ची हायं दुसरा जगहा में पने असनी ची बोलु आय "तुय भलिकी सिदकर रीहि ने सबुदाय काजे मयाजक आस।" 7 यीशु अपनार देह ने रहबार दिन ने उपरर शब्द ले आगदेई-आगदेई आवरी आसु तिपाय तिपाय तिकर ले जोन ताके मरबा ताने बचाय हे रहे, पारतना आवरी बिनती करला, आवरनी भकित काजे तार सुनलाय। 8 बेटा होइ करी जने आय दुःख उठायी उठायी करी आज्ञा मानबार सिकला। 9 आवरी सिद्ध बनीकरी, अपनार सबु आज्ञा मानबार लोकमन काजे सबुदाय कालर उद्वार ले कारन होई गला। 10 आवरी ताके माहा परभु र बाटले मलिकि सिदकर रिति तोन महायाजकर पद मिरला। 11 एतार विषय ने हायके कुबे गोट बोलबार आय, जाहाके समझकर पने कठिन आय आय काजे तुम कुबे सुनके भी आय। 12 समयर विचार ने तो तोयके गुरू होयबार रहे, तेबे ये आवश्यक होयला कि कोनी तोमके परमेश्वरर आदि ज्ञान फेर सिकाहा। तो भी तो असन होयलास कि तोमके अन्नर बदला एबले गोरस चीं लागु आय। 13 कसन कि गोरस पीयबा पीला मन के धरमरपहचान ना होये, कसन कि हाय शुरू वचनर आचे। 14 भातर अन्न सयन मन काजे आय जाहार ज्ञानेन्द्रियाॅं अभ्यास करते-करते अच्चा-खराब ने भेद करबा ने निपुण होयी गला आचे।